Sourav Ganguly क्रिकेट के बाद उद्योग की पिच पर खेलेंगे बड़ी पारी, ममता बनर्जी की मौजूदगी में किया ये ऐलान

Sourav Ganguly क्रिकेट के बाद उद्योग की पिच पर खेलेंगे बड़ी पारी, ममता बनर्जी की मौजूदगी में किया ये ऐलान
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भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर में एक स्टील फैक्ट्री शुरू करने जा रहे हैं। इसकी घोषणा उन्होंने स्पेन से की है। पढ़िये बंगाल टाइगर ने क्या कहा...

भारतीय पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने एक चौंकाने वाला कदम उठाया है। दादा के नाम से मशहूर सौरव गांगुली अब उद्योगपति बनने वाले है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चाएं चल रहीं है। इसकी जानकारी खुद सौरव गांगुली ने ही अपने सोशल मीडिया के माध्यम से दी। इसकी शुरुआत गांगुली पश्चिम मेदिनीपुर के सालबोनी से करेंगे। इसको लेकर गांगुली ने विशेष रूप से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को धन्यवाद देते हुए कहा कि हम बंगाल में तीसरा इस्पात संयंत्र बनाना शुरू कर रहे हैं। इसकी जानकारी बंगाल तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने अपने फेसबुक पेज से दी। साथ ही उन्होंने लिखा कि मैड्रिड में सौरव की घोषणा, अब हमलोग पश्चिम मेदिनीपुर में एक स्टील फैक्ट्री का निर्माण कर रहे हैं, सभी आएं।

ममता बनर्जी के साथ स्पेन दौरे पर हैं गांगुली

भारतीय पूर्व क्रिकेटर सौरभ गांगुली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ स्पेन दौरे पर हैं। इन दोनों को स्पेन में एक ही मंच पर देखा गया है। स्पेन के इस मंच पर उपस्थित सौरव गांगुली ने ऐलान किया कि वह बंगाल के मेदिनीपुर में स्टील प्लांट बना रहे हैं। ममता बनर्जी के साथ होने के वजह से लोग यह मान रहे हैं कि गांगुली अब राजनीति में शामिल हो सकते हैं। हालांकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। गांगुली ने पहले भी कई बार इसको नकार चुके हैं। बता दें कि गांगुली भारतीय क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई (BCCI ) के अध्यक्ष पद पर भी रह चुके हैं। अब दादा बिजनेस की दुनिया में कदम रखने जा रहे हैं।

गांगुली ने ममता को धन्यवाद कहा

गांगुली ममता बनर्जी के साथ 12 दिवशीय स्पेन और दुबई के यात्रा पर है। इस दौरान उन्होंने अपने इस नए कदम के लिए विशेष रूप से ममता बनर्जी का धन्यवाद कहा। गांगुली ने अपने सम्बोधन में कहा कि मैं इस अवसर पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद देता हूं क्योंकि हम बंगाल में तीसरा इस्पात संयंत्र बनाना शुरू कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि मुझे आपको बताना है कि यह एक व्यावहारिक अनुभव है। यह प्रक्रिया लगभग चार से पांच महीने में पूरी होगी। उन्होंने कहा कि मेरे दादा भी बिजनेस से जुड़े थे और तब की सरकारों ने भी सहयोग किया था। उन्होंने सहयोग देने के लिए ममता बनर्जी का भी पुन: आभार जताया।

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