Vande Bharat Express: बंगाल में शुरू होते ही वंदे भारत एक्सप्रेस पर 2 दिन में दो बार पथराव

Vande Bharat Express: बंगाल में शुरू होते ही वंदे भारत एक्सप्रेस पर 2 दिन में दो बार पथराव
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पश्चिम बंगाल दो दिन में दूसरी बार मंगलवार को वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थर फेंके गए। ये घटना उस समय हुई जब वंदे भारत ट्रेन एनजेपी यार्ड में आ रही थी, उसी दौरान ट्रेन पर पत्थर फेंके गए।

Vande Bharat Express: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में एक जनवरी से शुरू हुई वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) पर दो दिन में दूसरी बार मंगलवार को पर पत्थर फेंके गए। ये घटना उस समय हुई जब वंदे भारत ट्रेन एनजेपी यार्ड में आ रही थी, उसी दौरान ट्रेन पर पत्थर फेंके गए। जिससे ट्रेन के कोच सी-3 और सी-6 के शीशे टूट गए।

इससे पहले सोमवार को वंदे भारत एक्सप्रेस पर पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में पथराव किया गया था। ट्रेन पर हुए पथराव की घटना के बाद भाजपा ने एनआईए जांच की मांग की। इसको लेकर पश्चिम बंगाल के नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट कर लिखा था कि पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में भारत के गौरव वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव किया गया है। क्या यह उद्घाटन के दिन 'जय श्री राम' के नारों का बदला है? उन्होंने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री कार्यालय @PMOIndia और रेल मंत्रालय @RailMinIndia को टैग किया और एनआईए @NIA_India को जांच सौंपने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।

जानकारी के अनुसार, इस बार हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत ट्रेन जब अपने गंतव्य स्टेशन की ओर जा रही थी तो उसी दौरान ट्रेन पर पथराव किया गया। हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी के बीच हाल ही में शुरू हुई वंदे भारत एक्सप्रेस पर दो दिन के अंदर दूसरी बार पथराव किया गया है। जिसके बाद भाजपा इस मामले में एनआईए जांच की मांग कर रही है।

इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि दार्जिलिंग जिले के फांसीदेवा क्षेत्र के पास मंगलवार को दो डिब्बों पर पथराव किया गया। जिसमें ट्रेन की दो खिड़कियों के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए। हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन पर यह दूसरा हमला है, इससे पहले सोमवार को मालदा के पास ट्रेन पर पत्थरबाजी की गई थी। जिसमें ट्रेन की खिड़की के शीशे टूट गए थे। बता दें कि पश्चिम बंगाल की पहली वंदे भारत ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 दिसंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हरी झंडी दिखाई थी।

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