Sunday Special: आज से 74 साल पहले आजाद भारत का पहला डाक टिकट 'जय हिंद' किया गया था जारी, जानें इसके बारे में

Sunday Special: भारत को 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश राज से आजादी मिली थी। इसके बाद स्वतंत्र भारत की सरकार ने अपना पहला डाक टिकट 'जय हिंद' के (Jai Hind Postage Stamp) नाम से जारी किया था। इस डाक टिकट की कीमत साढ़े तीन आना तय की गई। इस डाक टिकट (Postage Stamp) पर बीचो बीच लहराते हुए तिरंगे की तस्वीर बनी थी, जबकि बाईं ओर अंग्रेजी (English) में इसकी कीमत यानी साढ़े तीन आना लिखा था।
तिरंगे के ठीक नीचे अंग्रेजी में इंडिया (India) लिखा था और तिरंगे के साइड में 15 अगस्त 1947 अंकित था। यह डाक टिकट कहने को नीले रंग (Blue Colour) का एक कागज (Paper) का छोटा सा टुकड़ा था, लेकिन दरअसल यह इतिहास (Histroy) के पन्नों पर स्वतंत्र भारत (independent india) का पहला हस्ताक्षर था, जो सारी दुनिया (World) के सामने भारत की विजय का जयघोष कर रहा था।
ऐसा माना जाता है कि चंद्रगुप्त मौर्य जिन्होंने 321-297 ईसा पूर्व के बीच देश पर शासन किया था, उन्होंने अपने साम्राज्य में दूर के पदों पर गोपनीय रिपोर्ट भेजने के लिए डाक संचार का एक रूप पेश किया था। 1727 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत में पहला डाकघर स्थापित किया था। जिसके बाद चेन्नई में जनरल पोस्ट ऑफिस की स्थापना की गई। शाही शासन के खिलाफ वर्षों के संघर्ष के बाद भारत 15 अगस्त 1947 की आधी रात को एक स्वतंत्र देश बन गया था। इसके बाद स्वतंत्र भारत का पहला डाक टिकट 21 नवंबर 1947 को जारी किया गया था।
स्वतंत्र भारत के पहले डाक टिकट में भारतीय तिरंगे को बादलों में ऊंचा उड़ते हुए दिखाया गया है, जिसके ऊपर दाईं ओर जय हिंद (लॉन्ग लिव इंडिया) का नारा है। स्टाम्प की पृष्ठभूमि नीले रंग की थी और इसका मूल्य साढ़े तीन आने (अब लगभग 0.22 भारत रुपये) था।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS