Sunday Special: क्या आप जानते हैं लॉकडाउन और कर्फ्यू में क्या है अंतर, दोनों के नियमों में होता है बहुत ज्यादा फर्क

देश में हर दिन लगातार कोरोना (Coronavirus) के मामलों में तेजी देखी जा रही है। मामले 2 लाख से ज्यादा पहुंच गए हैं और ऐसे में आधा भारत लॉकडाउन (LockDown) और कर्फ्यू (Curfew) की तरफ चल निकला है। बीते साल पीएम नरेंद्र मोदी के द्वारा लगाए गए 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान पहली बार इस शब्द को सुना गया। कई लोगों ने इसे कर्फ्यू कहा, लेकिन इस साल महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और दिल्ली समेत कई राज्यों ने कोरोना की रोकधाम के लिए इस बार लॉकडाउन न लगाकर पहले नाइट कर्फ्यू लगाया और उसके बाद वीकेंड कर्फ्यू (Weekend Curfew) की घोषणा की। ऐसे में कई लोगों को अभी भी यह जानकारी नहीं है कि आखिर लॉकडाउन और कर्फ्यू में क्या अंतर होता है और इन दोनों में क्या-क्या सुविधाएं नागरिकों को मिलती है।
लॉकडाउन क्या होता है (What is Lockdown)
साल 2020 में कोरोना महामारी ने भारत में पैर पसारे तो पूरे देश को बंद करने की नौबत आ गई। जिसके चलते देश के प्रधानमंत्री ने सबसे पहले जनता कर्फ्यू लगाया गया। जिसका जनता को खुद पालन करते हुए सड़कों पर न निकलने के लिए कहा गया और इसका पालन जनता के द्वारा किया गया। लेकिन इसके तुरंत बाद पीएम मोदी ने 21 दिनों का लॉकडाउन लगा दिया। यानी पूरा देश बंद कर दिया गया। सिर्फ इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद कर दिया गया। यह सरकार द्वारा अपनाई गई एक अस्थायी प्रणाली थी। जिसका सभी लोगों को पालन करना था। कह सकते हैं कि लॉकडाउन स्थानीय प्रशासन द्वारा लगाई जाने वाली एक आपातकाल व्यवस्था होती है। जिसमें सबकुछ बंद रहता है। परिवहन सेवा भी बंद कर दी जाती है। लॉकडाउन का उद्देश्य लोगों को अपने घरों में रखना होता है, ताकि नागरिकों को संक्रमण से बचाया जा सके। कहते हैं कर्फ्यू के दौरान सभी आवश्यक सेवाएं और बाजार एक अवधि के लिए बंद रहते हैं। लेकिन लॉकडाउन में आवश्यक सेवाएं और जरूरी बाजार/दुकानें बंद नहीं होते हैं। इसके लिए एक समय अवधि तय कर दी जाती है। जैसे सुबह 9 बजे से 5 बजे तक खोलने का समय तय कर दिया गया था। बैंक, एटीएम, गैस एजेंसी, डाकघर, फायर ऑफिस खुले रहते हैं।
कर्फ्यू क्या होता है (What is Curfew)
कर्फ्यू बेहद गंभीर स्थिति में लगाया जाता है। इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल सांप्रदायिक दंगे, आतंकी घटना, विकट आपदा के दौरान एक छोटे टाइम पीरियड के लिए लगाया जाता है। कर्फ्यू के दौरान सबकुछ बंद रहता है। यहां पर भी जरूरी सेवाएं जारी रहती हैं, लेकिन कर्फ्यू में ढील के दौरान सामान की खरीदारी कर सकते हैं। वहीं बैंक, स्कूल, कॉलेज सब बंद रहते हैं। बैंक, एटीएम, गैस एजेंसी, डाकघर, फायर ऑफिस भी बंद रहते हैं। कर्फ्यू में छूट बहुत कम देर के लिए दी जाती है। कर्फ्यू के दौरान लोगों को सड़कों पर निकलने की इजाजत नहीं होती है। अगर कोई बिना काम के घर से बाहर निकलता है तो ऐसे में गिरफ्तारी भी हो सकती है। साथ ही लोगों पर जुर्माना लगाया जाता है।
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