Sunday Special: केरल की इन 4 महिलाओं को मोदी सरकार नहीं आने देगी भारत, जानें आखिर क्या किया है गुनाह

Sunday Special: केरल की इन 4 महिलाओं को मोदी सरकार नहीं आने देगी भारत, जानें आखिर क्या किया है गुनाह
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जानकारी के अनुसार, भारत से भागकर आईएस में शामिल हुईं इन चारों महिलाओं के पति अलग-अलग घटनाओं में मारे जा चुके हैं। और यह महिलाएं आईएस फाइटर थीं।

Sunday Special: केरल की रहने वाली चार महिलाओं को मोदी सरकार वापस भारत नहीं आने देगी। क्योंकि केरल की ये महिलाएं भारत से भागकर इस्लामिक स्टेट (आईएस) में शामिल हो थीं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मोदी सरकार के द्वारा चारों महिलाओं को भारत नहीं आने देने का फैसला किया है। वर्तमान समय में ये चारों महिलाएं अफगानिस्तान की एक जेल में बंद हैं। रिपोर्ट के मुताबिक ये चारों महिलाएं केरल से भागकर अफगानिस्तान के खुरासान प्रांत में अपने पति के साथ गईं थीं और फिर इन्होंने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट में शामिल हो गई थीं।जानकारी के अनुसार, भारत से भागकर आईएस में शामिल हुईं इन चारों महिलाओं के पति अलग-अलग घटनाओं में मारे जा चुके हैं। और यह महिलाएं आईएस फाइटर थीं। इन महिलाओं ने साल 2019 में दिसंबर के महीने में अफगानिस्तान प्रशासन के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। जिसके बाद इन महिलाओं को जेल भेज दिया गया।

इन देशों के लोग हैं जेल में बंद

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान सुरक्षा निदेशालय के प्रमुख अहमद जिया सरज ने बताया कि अफगानिस्तान की अलग-अलग जेलों में 13 देशों के 408 आईएस सदस्य बंद हैं। जिनमें भारत के 4, चीन के 16, पाकिस्तान के 299, बांग्लादेश के 2 और मालदीव के 2 कैदी हैं। वाकी अन्य देशों से हैं। बताया जा रहा है कि इन कैदियों को वापस उनके देश भेजने के लिए अफगानिस्तान सरकार उनके देशों की सरकार के साथ बातचीत कर रही है। लेकिन नई दिल्ली स्थिति अफगानिस्तान के अधिकारियों ने इस मुद्दे पर बात करने से इनकार कर दिया है। तो वहीं अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में अधिकारियों का कहना है कि वो भारत सरकार के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।

भारत सरकार वापस नहीं आने देगी

खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि मोदी सरकार की अलग अलग एजेंसियों के बीच इस मुद्दे पर एक सहमति नहीं बन पाई है और इस बात की उम्मीद काफी कम है कि उन्हें वापस भारत आने की अनुमति दी जाए। रिपोर्ट के अनुसार, जब इन महिलाओं ने सरेंडर कर दिया था। तो इसके भारत की सुरक्षा एजेंसी के अधिकारियों ने इन महिलाओं से साल 2019 के अंत में दिसंबर 2019 में बातचीत की थी। चारों महिलाएं अपने बच्चों के साथ अफगानिस्तान की जेल में बंद हैं।

एक इंटरव्यू के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि इन महिलाएं की सोच काफी कट्टरपंथी है। ऐसे मे अफगानिस्तान के अधिकारियों से उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की अपील की जाएगी। साल 2017 में एनआईए ने एक चार्जशीट दाखिल की थी। जिसमें 21 महिलाओं और पुरूषों के नाम शामिल थे। यह सभी के सभी केरल के रहने वाले थे। इन सभी में सोनिया सेबेस्टियन (उर्फ आयशा) का नाम भी था। ये सभी साल 2016 में भारत से भाग गए थे और इन्होंने अफगानिस्तान पहुंचकर आईएसआईएस ज्वाइन कर लिया था। ये सभी ईरान के रास्ते पैदल ही अफगानिस्तान पहुंचे थे।

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