National Youth Day 2021: राष्ट्रीय युवा संसद फेस्टिवल में बोले पीएम मोदी, आजाद भारत को आगे बढ़ाने का हमें मौका मिला

National Youth Day 2021: राष्ट्रीय युवा संसद फेस्टिवल में बोले पीएम मोदी, आजाद भारत को आगे बढ़ाने का हमें मौका मिला
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पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वामी विवेकानंद की जंयती के मौके पर आज राष्ट्रीय युवा संसद (National youth parliament) समारोह को संबोधित किया।

National Youth Day 2021: पीएम नरेंद्र मोदी स्वामी विवेकानंद की जंयती के मौके पर आज राष्ट्रीय युवा संसद (National youth parliament) समारोह को संबोधित किया है। इस समारोह में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल भी शामिल रहे। इस मौके पर पीएम मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी को राष्ट्रीय युवा दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की जन्म जयंती के ये दिन हम सभी को नई प्रेरणा देता है। आज का ये दिन विशेष इसलिए भी हो गया है कि इस बार युवा संसद देश की संसद के सेंट्रल हॉल में हो रही है। ये सेंट्रल हॉल हमारे संविधान के निर्माण का गवाह है। स्वामी विवेकानंद ने एक और अनमोल उपहार दिया है। ये उपहार है, व्यक्तियों के निर्माण का, संस्थाओं के निर्माण का।

पीएम ने संबोधन के दौरान आगे कहा कि इसकी चर्चा बहुत कम ही हो पाती है। लोग स्वामी जी के प्रभाव में आते हैं, संस्थानों का निर्माण करते हैं, फिर उन संस्थानों से ऐसे लोग निकलते हैं जो स्वामी जी के दिखाए मार्ग पर चलते हुए नए लोगों को जोड़ते चलते हैं। स्वामी जी कहते थे, पुराने धर्मों के मुताबिक नास्तिक वो है जो ईश्वर में भरोसा नहीं करता। लेकिन नया धर्म कहता है, नास्तिक वो है जो खुद में भरोसा नहीं करता। ये स्वामी जी ही थे, जिन्होंने उस दौर में कहा था कि निडर, बेबाक, साफ दिल वाले, साहसी और आकांक्षी युवा ही वो नींव है जिस पर राष्ट्र के भविष्य का निर्माण होता है।

आगे कहा कि वो युवाओं पर, युवा शक्ति पर इतना विश्वास करते थे। हमारा युवा खुलकर अपनी प्रतिभा और अपने सपनों के अनुसार खुद को विकसित कर सके इसके लिए आज एक वातावरण और इकोसिस्टम तैयार किया जा रहा है। शिक्षा व्यवस्था हो, सामाजिक व्यवस्था हो या कानूनी बारीकियां, हर चीज में इन बातों को केंद्र में रखा जा रहा है। पहले देश में ये धारणा बन गई थी कि अगर कोई युवक राजनीति की तरफ रुख करता था तो घर वाले कहते थे कि बच्चा बिगड़ रहा है। क्योंकि राजनीति का मतलब ही बन गया था- झगड़ा, फसाद, लूट-खसोट, भ्रष्टाचार। लोग कहते थे कि सब कुछ बदल सकता है लेकिन सियासत नहीं बदल सकती। जो समाज संकटों में भी प्रगति के रास्ते बनाना सीख लेता है। वो समाज अपना भविष्य खुद लिखता है। इसलिए आज भारत और 130 करोड़ भारतवासी अपना उत्तम भविष्य खुद गढ़ रहे हैं।

राष्ट्रीय युवा संसद फेस्टिवल को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि समय गुजरता गया, देश आजाद हो गया, लेकिन हम आज भी देखते हैं, स्वामी जी का प्रभाव अब भी उतना ही है. अध्यात्म को लेकर उन्होंने जो कहा, राष्ट्रवाद-राष्ट्रनिर्माण को लेकर उन्होंने जो कहा, जनसेवा-जगसेवा को लेकर उनके विचार आज हमारे मन-मंदिर में उतनी ही तीव्रता से प्रवाहित होते हैं. स्वामी विवेकानंद ने एक और अनमोल उपहार दिया है. ये उपहार है, व्यक्तियों के निर्माण का, संस्थाओं के निर्माण का. इसकी चर्चा बहुत कम ही हो पाती है.

इसका पहला संबोधन 12 जनवरी से 27 फरवरी 2019 तक किया गया था। जिसकी थीम नई भारत की आवाज थी। उस वक्त कार्यक्रम में कुल 88,000 युवाओं ने भाग लिया था।दूसरा आयोजन 23 दिसंबर 2020 को वर्चुअल मोड के माध्यम से लॉन्च किया गया था। तब देशभर के 2.34 लाख युवाओं ने भाग लिया। इसके बाद 1 से 5 जनवरी 2021 तक राज्य युवा संसदों द्वारा आयोजन किया गया। अब अंतिम 11 जनवरी 2021 को संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजन किया गया

12 जनवरी को ही क्यों होता है आयोजन

हर साल 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई जाती है, जिसे नेशनल यूथ डे भी कहा जाता है। इस दिन को विशेष बनाने के लिए केंद्र की सरकार ने साल 2019 से राष्ट्रीय युवा संसद समारोह का आयोजन करने का फैसला किया। जिसका उद्देश्य युवाओं को प्रेरित करना और उनके विचारों को सुनना है। राष्ट्रीय युवा महोत्सव हर साल 12 से 16 जनवरी तक मनाया जाता है। इस वर्ष राष्ट्रीय युवा महोत्सव के साथ एनवाईपीएफ का भी आयोजन किया जा रहा है।

राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्देश्य देश के युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका है। उन्हें एक मिनी-इंडिया बनाकर, जहां युवा औपचारिक और अनौपचारिक सेटिंग्स में बातचीत करते हैं और अपनी सामाजिक और सांस्कृतिक विशिष्टता का आदान-प्रदान करते हैं। ताकि राष्ट्रीय एकीकरण, सांप्रदायिक सद्भाव, भाईचारे और साहस की भावना को बढ़ावा दिया जा सके।

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