Telangana: अकबरुद्दीन ओवैसी के प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने पर बवाल, बीजेपी ने किया बॉयकॉट

Telangana: अकबरुद्दीन ओवैसी के प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने पर बवाल, बीजेपी ने किया बॉयकॉट
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Telangana: तेलंगाना में अभी नई सरकार का गठन नहीं हुआ है और पहले से ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच खींचतान चल रही है। अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में विवाद देखने को मिल रहा है।

Akbaruddin Owaisi Sworn in Protem Speaker in Telangana: अकबरुद्दीन ओवैसी ने तेलंगाना के प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ ली। राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरा राजन ने राजभवन में अकबरुद्दीन को शपथ दिलाई। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, डिप्टी सीएम भट्टी विक्रमार्क, बीआरएस विधायक पोचारम और हरीश राव और अन्य नेता शामिल हुए। अकबरुद्दीन ओवैसी 1999 से लगातार छह बार चंद्रायनगुट्टा से विधायक चुने गए हैं। इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई है।

बीजेपी ने जताई आपत्ति

तेलंगाना बीजेपी प्रमुख जी किशन रेड्डी ने हैदराबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि हमने 8 सीटें जीती हैं और राज्य में 14 फीसदी वोट प्रतिशत तक पहुंच गए हैं। एक वरिष्ठ नेता को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करने की परंपरा है। हालांकि, कांग्रेस ने एआईएमआईएम के साथ अपने समझौते के कारण अकबरुद्दीन ओवैसी को इस पद पर नियुक्त किया है। हमें इस पर आपत्ति है। हम मांग करते हैं कि विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव इस प्रोटेम स्पीकर के साथ नहीं होना चाहिए। हम यही बात राज्य के राज्यपाल को भी बताएंगे।

क्या है पूरा विवाद

तेलंगाना विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायकों को प्रोटेम स्पीकर शपथ दिलाएंगे। जिसके बाद टी राजा सिंह ने कहा कि कांग्रेस अब आगे आ गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और नए मुख्यमंत्री रेड्डी का चेहरा सामने आ गया है। रेड्डी कहते थे कि औवेसी और बीजेपी एक दूसरे के साथ हैं, अब साफ हो गया है कि कौन किसके साथ है। राजा सिंह ने आगे कहा कि 2018 में भी एएमआईएम के एक विधायक को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था, जबकि मैंने शपथ नहीं ली थी। मैं रेड्डी से पूछना चाहता हूं कि बीआरएस ने अपनी सरकार का संचालन एएमआईएम को सौंप दिया, आप भी वही कर रहे हैं। राजा सिंह ने ऐलान किया कि ये राजा सिंह जब तक जिंदा हैं, AIMIM के सामने शपथ नहीं लेंगा।

प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी क्या है

गौरतलब है कि जब भी कोई चुनाव होता है तो सभी निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाने के लिए एक प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जाता है। आमतौर पर पूरे विधानमंडल में सबसे वरिष्ठ विधायक को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाता है। इतना ही नहीं नए स्पीकर का चुनाव भी प्रोटेम स्पीकर ही करता है। विधानसभा के नए अध्यक्ष के चुनाव तक अध्यक्ष यानी स्पीकर की सभी जिम्मेदारियां प्रोटेम स्पीकर द्वारा निभाई जाती हैं।

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