Sukhdev Singh Murder से बिगड़े राजस्थान के हालात, लोग बोले- नए सीएम को 'नायक' की तरह चलानी होगी सरकार

Sukhdev Singh Murder से बिगड़े राजस्थान के हालात, लोग बोले- नए सीएम को नायक की तरह चलानी होगी सरकार
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Tension in Rajasthan: एनसीआरबी के आंकड़ों पर नजर डालें तो राजस्थान बलात्कार के मामलों में सबसे आगे है। यही नहीं, प्रदेश में हत्या, अपहरण जैसे कई अन्य संगीन मामलों में भी बढ़ोतरी देखी गई है। चूंकि सीएम गहलोत की सरकार जा चुकी है, लिहाजा जनता अपराधियों के खिलाफ बाबा जैसा न्याय चाहती है। यह बात हम नहीं बल्कि सोशल मीडिया यूजर्स बोल रहे हैं। पढ़िये रिपोर्ट...

Sukhdev Singh Murder Case: राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत की सरकार के जाने के दो दिन बाद मंगलवार दोपहर को राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। हत्याकांड से आक्रोशित करणी सेना ने आज राजस्थान बंद का आह्वान किया। सड़कों पर उतरकर लोग मांग कर रहे हैं कि आरोपियों के खिलाफ 'बाबा वाला न्याय' चाहिए। यही नहीं, सोशल मीडिया पर भी कई यूजर्स इस हत्याकांड के लिए सीएम गहलोत की सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट देखें तो लोगों के आरोपों में दम नजर आ रहा है।

राजस्थान अपराध में नंबर वन

एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि देश में रेप की घटनाओं में राजस्थान पहले नंबर पर है। पिछले साल यानी 2022 में राजस्थान से बलात्कार के 5399 मामले सामने आए, वहीं 2021 में 6337 और 2020 में 5310 मामले सामने आए। यही नहीं, महिला विरोधी अन्य अपराधों के कुल 45058 मामले सामने आए। रिपोर्ट् बताती है कि बलात्कार मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने में भी राजस्थान काफी पीछे है। यही नहीं, रिपोर्ट्स बताती है कि हत्या मामलों के आंकड़े भी चौंकाने वाले हैं। राजस्थान में 2022 में 1834 हत्याओं के मामले दर्ज हुए थे। इनमें से सिर्फ 57 फीसद मामले ऐसे हैं, जिनमें राजस्थान पुलिस ने चार्जशीट फाइल की और बाकी 43 फीसद मामलों में चार्जशीट फाइल नहीं हुई।

जानकार बताते हैं कि बीजेपी ने राजस्थान में अपराध का हवाला देकर अपराध के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का भरोसा दिया था। चूंकि राजस्थान के लोग भी अपराधियों से परेशान हैं, लिहाजा यह भी एक कारण रहा कि जनता ने राजस्थान कांग्रेस को समर्थन नहीं दिया। राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के दो दिन बाद राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की दिनदहाड़े हत्या ने सबको दहला दिया है। न केवल करणी सेना के लोग बल्कि आम जनता भी मांग कर रही है कि अपराधियों के खिलाफ 'बाबा वाला न्याय' चाहिए।

क्या है बाबा वाला न्याय

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की दिनदहाड़े हत्या से भड़के लोग सोशल मीडिया पर मांग कर रहे हैं कि राजस्थान में 'बाबा वाला न्याय' चाहिए। इसका अर्थ ये है कि जिस तरह यूपी में बड़े अपराधियों के खिलाफ बुलडोजर एक्शन और एनकाउंटर हुआ, उसी तरह राजस्थान में भी अपराधियों पर नकेल कसी जानी चाहिए। दरअसल, बाबा मस्तनाथ मठ के महंत बाबा बालकनाथ का नाम राजस्थान के मुख्यमंत्रियों की दौड़ में शामिल है। बाबा बालकनाथ का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें वो कहते नजर आ रहे हैं कि अपराधियों को राजस्थान छोड़ देना चाहिए। कुछ ऐसा ही सीएम योगी ने यूपी में अपराधियों को चेतावनी देते हुए कहा था। यही वजह है कि राजस्थान में भी कई लोग बाबा बालकनाथ को बतौर सीएम देखना चाहते हैं। यही नहीं, कई लोग फिल्म 'नायक' की तर्ज पर शासन करने का आग्रह कर रहे हैं। एक्टर अनिल कुमार अभिनीत इस फिल्म में दिखाया गया है कि एक पत्रकार परिस्थितिवश एक दिन का सीएम बन जाता है। एक दिन की सत्ता में भी ऐसे एक्शन लेता है, जिससे जनता उसकी वाहवाही करने लगती है।

जयपुर समेत कई जिलों में तनाव

राजस्थान के जयपुर समेत कई जिलों में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। जयपुर में जहां दो घंटे तक प्रदर्शनकारियों ने हाइवे जाम रखा, वहीं बीजेपी कार्यालय में भी आगजनी की। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी लोगों से संयम बरतने और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भरोसा दिला रहे हैं। आरोपियों के खिलाफ 5-5 लाख का इनाम घोषित किया है। गृह विभाग के प्रमुख सचिव आनंद कुमार ने मीडिया को बताया कि हम सुखदेव हत्याकांड की जांच एनआईए को सौंपने का विचार कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों से बातचीत चल रही है। लोगों से अपील है कि शांति बनाए रखे, हम आरोपियों को सख्त सजा दिलाएंगे।

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