Kisan Andolan Live Updates : किसान नेताओं पर पुलिस का शिकंजा, टिकैत बोले- कानून वापस नहीं तो करेंगे आत्महत्या

Kisan Andolan Live Updates :  किसान नेताओं पर पुलिस का शिकंजा, टिकैत बोले- कानून वापस नहीं तो करेंगे आत्महत्या
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दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर रैली के दौरान भड़की हिंसा में राकेश टिकैत और योगेंद्र यादव समेत सभी नामजद किसान नेताओं के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है। साथ ही, किसान नेताओं को नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा है कि जब रैली के रूट और समय पर समझौता हो गया था तो इसे क्यों तोड़ा गया।

राजधानी में गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली की आड़ में हिंसा करने वाले उपद्रवियों पर दिल्ली पुलिस शिकंजा कसती जा रही है। हिंसा मामले में नामजद आरोपियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने के बाद पुलिस ने बॉर्डर खाली कराने की भी तैयारी शुरू कर दी है। गाजीपुर बॉर्डर पर इस समय दिल्ली पुलिस के साथ ही यूपी पुलिस के जवान भी भारी संख्या में मौजूद हैं। आंदोलनकारियों को आज भी बॉर्डर खाली करने के लिए कहा गया है। इस बीच दिल्ली पुलिस आयुक्त एनएन श्रीवास्तव ने पुलिस कर्मियों को पत्र लिखकर हिंसा के दिन बरते गए संयम के लिए उनकी सराहना करते हुए कहा है कि आने वाले दिन चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।

लाइव अपडेट्स

गाजीपुर बॉर्डर पर मीडिया कर्मियों से बातचीत करते वक्त रो पड़े किसान नेता किसान टिकैत

किसान नेता राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए आत्महत्या की धमकी दी है। टिकैत ने रोते हुए कहा कि यदि तीनों कृषि कानून वापस नहीं होते हैं तो वो आत्महत्या कर लेंगे। वहीं राकेश टिकैत ने कहा कि मुझे कुछ भी हुआ तो प्रशासन जिम्मेदार होगा।

आप की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में किसानों पर चर्चा

आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में किसानों पर चर्चा की गई। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए साज़िश के तहत हरकते कराई गई। 26 जनवरी को दिल्ली में हिंसा के गुनहगारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। किसानों की मांगें अभी तक मानी नहीं गई हैं।

गाजीपुर बॉर्डर पर फ्लैग मार्च

उत्तर प्रदेश पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर फ्लैग मार्च किया। आंदाेलनकारियों से कहा गया है कि तुरंत ही धरना स्थल खाली कर दें।

दिल्ली पुलिस आयुक्त ने अपने जवानों को बोला थैंक्यू

दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने दिल्ली पुलिस कर्मियों को पत्र लिखकर उनकी प्रशंसा की। उन्होंने लिखा कि 26 जनवरी को किसान आंदोलन के हिंसक हो जाने पर आपने अत्यंत संयम और सूझबूझ का परिचय दिया... मैं आपके संयम और धैर्य के लिए धन्यवाद देता हूं।

चिल्ला बॉर्डर पर किसानों का धरना खत्म

यूपी के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा, ' 26 जनवरी को हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद कुछ किसान संगठनों ने स्वेच्छा से चिल्ला बाॅर्डर, दलित प्रेरणा स्थल से आंदोलन वापस ले लिया। बागपत में लोगों को समझाने के बाद उन्होंने रात में धरना खत्म कर दिया। UP गेट पर अभी कुछ लोग हैं, लेकिन उनकी संख्या काफी कम हुई है।'

कांग्रेस ने किया महामहिम राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार

कांग्रेस ने महामहिम राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने की बात कही। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, 16 राजनीतिक दलों के तरफ से हम आज बयान जारी कर रहे हैं कि कल संसद में माननीय राष्ट्रपति का जो अभिभाषण है, हम उसका बहिष्कार करते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है कि सरकार ने किसानों की मर्ज़ी के बिना ये 3 बिल जबरदस्ती पास किए थे।'


जो हुआ, बहुत गलत हुआ: बैजल

दिल्ली के उपराज्यपाल ने सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर में घायल पुलिस कर्मियों से मिलने के बाद कहा कि दिल्ली में जो हुआ, बहुत गलत हुआ।

महामहिम राष्ट्रपति के अभिभाषण में शामिल नहीं होगी 'आप'

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा, ' हम लोग तीन कृषि कानूनों का विरोध करते रहे हैं और करते रहेंगे। इसलिए आम आदमी पार्टी महामहिम राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेगी और हमारे लोकसभा के सांसद भगवंत मान और राज्य सभा के हम तीन सांसद कल राष्ट्रपति के अभिभाषण कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।'

सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे स्थानीय लोग

गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली के दौरान भड़की हिंसा के दौरान लाल किला पर तिरंगे के अपमान से लोग बेहद आहत हैं। सिंघु बॉर्डर के आसपास के करीब 50 से ज्यादा गांवों के लोगों ने आज धरना स्थल पर पहुंचकर आंदोलनकारियों काे चेतावनी दी कि जल्द से जल्द जगह खाली कर दें। इसके लिए आंदोलनकारियों को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है।

दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल घायल पुलिसकर्मियों से मिलने पहुंचे

अमित शाह ने की घायल पुलिसकर्मियों से मुलाकात

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर में पहुंचकर ट्रैक्टर रैली हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मियों से मुलाकात की और उनका हाल जाना।


इस बीच, दिल्ली पुलिस को जिस दीप सिद्धू की तलाश है, उसका एक वीडियो सामने आया है। इसमें दीप सिद्धू किसान नेताओं को चेतावनी दे रहा है कि अगर उसने मुंह खोला तो किसान नेताओं को भागने की राह तक नहीं मिलेगी। सिद्धू ने कहा, युवाओं को दिल्ली में लाल किला पर ट्रैक्टर मार्च की बात कहकर बुलाया गया था। बाद में किसान नेताओं ने दिल्ली में तय रूट पर परेड की बात कह दी। युवाओं ने जब गुस्सा जाहिर किया तो किसान नेता वहां से किनारा कर गए। सिद्धू ने चेतावनी दी कि मेरे पास हर बात की दलील है। मानसिकता बदलो सिद्धू ने किसानों को चेतावनी भरे अंदाज में एकता बनाए रखने और 26 जनवरी की घटना को याद रखने की बात कही। बता दें कि एफआईआर दर्ज होने के बाद से दीप सिद्धू के बोल बदल गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कई ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जिसमें दीप सिद्धू किसान संगठनों के मंच पर भड़काऊ भाषण देता नजर आ रहा है। दीप सिद्धू को खालीस्तान समर्थक माना जाता है। एफआईआर दर्ज होने के बाद से सिद्धू फरार है।

इन किसान नेताओं पर दर्ज है एफआईआर

दिल्ली पुलिस ने 37 किसान नेताओं पर एफआईआर दर्ज की है। इनमेें भारतीय किसान यूनियन राकेश टिकैट, स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव, नर्मदा बचाओ की मेघा पाटकर, गुरनाम सिंह चडूनी भाकियू चडूनी, बीकेयू क्रांतिकारी दर्शनपाल ग्रुप के डॉक्टर दर्शन पाल, जम्हूरी किसान सभा पंजाब के कुलवंत सिंह संधू, बूटा सिंह बुर्जगिल भारतीय किसान सभा धकोंडा, निर्भय सिंह धुड़ीके कीर्ति किसान यूनियन धुड़ीके ग्रुप, रुल्दू सिंह पंजाब किसान यनियन रुल्दू ग्रुप, इंदरजीत सिंह किसान संघर्ष कमेटी कोट बुद्धा ग्रुप, हरजिंदर सिंह, आजाद किसान संघर्ष कमेटी, गुरबख्श सिंह जय किसान आंदोलन, सतनाम सिंह पन्नू किसान मजदूर संघर्ष समिति पिड्डी ग्रुप, कंवलप्रीत सिंह पन्नू किसान संघर्ष कमेटी पंजाब, जोगिंदर सिंह उग्राहा भारतीय किसान यूनियन उग्राहां, बोघ सिंह मानसा भाकियू मानसा, बलविंदर सिंह औलख माझा किसान कमेटी, अवीक साहा जन किसान आंदोलन स्वराज इंडिया, प्रेम सिंह गहलोत ऑल इंडिया किसान सभासतनाम सिंह बेहरू इंडियन फार्मर एसोसिएशन, बूटा सिंह शादीपुर भारतीय किसान मंच, भाकियू दोआबा,जगबीर सिंह जाड़ा दोआबा किसान समिति, मुकेश चंद्रा दोआबा किसान संघर्ष कमेटी, सुखपाल सिंह डफ्फर गन्ना संघर्ष कमेटी, हरपाल सिंह सांघा आजाद किसान कमेटी दोआब, कृपाल सिंह नाथूवाला किसान बचाओ मोर्चा, हरिंदर सिंह लाखोवाल भाकियू लाखोवाल, बलदेव सिंह सिरसा लोक भलाई इंसाफ वेलफेयर सोसायटी, सुरजीत सिंह फूल भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी, जगजीत सिंह डालेवाल भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर, हरमीत सिंह कड़ियां, प्रेम सिंह भंगू कुलहिंद किसन फेडरेशन, बलबीर सिंह राजेवाल भाकियू राजेवाल, सतनाम सिंह साहनी, कविता कुमगुटी महिला किसान अधिकार मंच, रिषिपाल अंबावाटा भाकियू अंबावाटा, वीएम सिंह ऑल इंडिया किसान संघर्ष कोऑर्डिनेशन कमेटी शामिल हैं।

आज भी कड़े सुरक्षा बंदोबस्त

बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में आज भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है। लाल किला के आसपास भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज अस्पताल जाकर ट्रैक्टर रैली हिंसा के दौरान घायल पुलिसकर्मियों से मिलेंगे। दिल्ली से लगे बॉर्डरों पर भी पुलिस के जवान तैनात हैं। सिंधु बॉर्डर पर अभी भी किसानों का धरना चल रहा हे। टिकरी बॉर्डर पर किसान अर्धनग्न प्रदर्शन कर रहे हैं।

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