UNGA: जानें पीएम मोदी और इमरान खान के भाषण में क्या रहा बड़ा अंतर, इमरान ने दी 'Nuclear War की धमकी

संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 74 वें सत्र 27 सितंबर शुक्रवार को दुनिया के तमाम देशों के नेताओं ने 15 से 20 मिनट के अपने भाषण में दुनिया के सामने कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) ने भी दुनिया के सामने अपने अपने मुद्दे रखे। पीएम मोदी (PM Modi) ने अपने भाषण में आतंकवाद, विकास और जलवायु परिवर्तन के बारे में दुनिया को बताया। भारत दुनिया के लिए एक मिसाल है और दुनिया विकासशील देशों से प्रेरणा ले सकती है। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) का पहला भाषण लगभग 50 मिनट तक चला। उनका आधा भाषण भारत और कश्मीर पर था। इस दौरान उन्होंने परमाणु युद्ध की धमकी भी दे डाली।
पीएम मोदी और इमरान खान के भाषण में अंतर
पीएम मोदी ने दुनिया के सामने रखे ये मुद्दे
यूएन महासभा के 74 वें सत्र में पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद पूरी दुनिया के सामने एक मुद्दा है। आतंकवाद के खिलाफ दुनिया को चेतावनी भी दी। वहीं दूसरी तरफ संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों पर चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने सबसे ज्यादा बलिदान दिया। हमेशा शांति के लिए काम किया। एक ऐसी दुनिया जो आतंक से विभाजित है। उन सिद्धांतों का विरोध किया। आज भी आतंकवाद पर विभाजित दुनिया का कोई रिजल्ट नहीं आएगा। ऐसे में हम सभी को एक होना होगा।
ग्लोबल वार्मिंग के कारण दुनिया भर में प्राकृतिक आपदाएं बढ़ गई हैं। बुनियादी ढांचा बनाने के लिए भारत गठबंधन आपदा प्रबंधन के लिए बुनियादी ढांचा तैयार कर रहा है, जो सबसे कम प्रभावित होगा। हमने देश दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता अभियान पूरा कर रहे हैं। डिजिटल अभियान शुरू किया। भारत तेजी से विकास की तरफ बढ़ रहा है। एकल उपयोग वाले प्लास्टिक को खत्म करने का अभियान भी शुरू हो चुका है। वहीं हम 2022 तक गरीबों के लिए 2 करोड़ घरों का निर्माण करेंगे।
इमरान खान ने रखे ये मुद्दे
यूएन महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने 45 मिनट से अधिक लंबे भाषण दिया। ऐसे में उनका पूरा भाषण भारत, कश्मीर और परमाणु यु्द्ध पर ही केंद्रित रहा। भारत के कब्जे वाले कश्मीर और क्षेत्र में लगाए गए प्रतिबंधों के संबंध में गहन आलोचना की। इमरान खान ने कहा कि वो यूएन में नहीं आएंगे अगर उन्हें नहीं लगता कि कुछ जरूरी मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत है।
कश्मीर पर बोलते हुए कहा कि जिस मुद्दे पर पीएम ने सबसे अधिक विस्तार से बात की वह था कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के लोगों के साथ अत्याचार। आगे कहा कि जब हम सत्ता में आए, तो हमने शपथ ली कि हम शांति लाने की कोशिश करेंगे। हम आतंक पर युद्ध लड़ने के लिए गए थे और हमें का नुकसान उठाना पड़ा। मैंने युद्ध का विरोध किया क्योंकि 1980 के दशक में हम पश्चिमी देशों द्वारा वित्त पोषित सोवियत संघ के खिलाफ संघर्ष में शामिल हो गए। मुजाहिदीन को पाकिस्तानी सेना द्वारा ट्रेंड किया गया और उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम को छेड़ दिया। सोवियत ने उन्हें आतंकवादी कहा था और हमने उन्हें स्वतंत्रता सेनानी।
इमरान ने दी न्यूक्लियर वॉर की धमकी
पीएम इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर पर अपना राग अलापा और परमाणु युद्ध की धमकी दे डाली। उन्होंने कहा कि अगर 2 पड़ोसी देशों के बीच परमाणु युद्ध छिड़ता है, तो इसका असर दुनियाभर में होगा। भारत ने 5 अगस्त को कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किया और 80 लाख लोगों पर हर तरह की पाबंदी लगा दी। पाकिस्तान आज भी कश्मीरियों के साथ खड़ा है। दुनिया इसलिए चुप है क्योंकि भारत बड़ा बाजार है।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS