8 जुलाई को केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना, इन नेताओं को दिल्ली तलब किया गया: सूत्र

8 जुलाई को केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना, इन नेताओं को दिल्ली तलब किया गया: सूत्र
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भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे को भी केंद्रीय कैबिनेट में शामिल करने की अटकलें तेज़ हैं। उन्हें भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दफ्तर से फोन पहुंचा है, जिसके बाद वह आज ही नई दिल्ली पहुंचेगे।

केंद्रीय मंत्रिमंडल में बहुत जल्दी फेरबदल होने की संभावना है। समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से सूत्रों के मुताबिक, 8 जुलाई 2021 को केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल होने की संभावना है। खबरों से मिली जानकारी के अनुसार, नए मंत्रियों की लिस्‍ट लगभग फाइनल हो चुकी है। पीएम नरेंद्र मोदी के गुरुवार तक सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। कई नेता जिनके मंत्री बनने की संभावना है वे देश की राजधानी दिल्ली पहुंच रही हैं। कुछ नेताओं को फोन भी पहुंचने लगे हैं। महाराष्‍ट्र के पूर्व सीएम नारायण राणे, असम के पूर्व मुख्‍यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया को दिल्ली तलब किया गया है। इनके केंद्रीय कैबिनेट में शामिल होने की अटकलें तेज़ हो गई हैं।

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे को भी केंद्रीय कैबिनेट में शामिल करने की अटकलें तेज़ हैं। उन्हें भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दफ्तर से फोन पहुंचा है, जिसके बाद वह आज ही नई दिल्ली पहुंचेगे। लोक जनशक्ति पार्टी के नेता पशुपति पारस और वरुण गांधी को भी केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिलने की चर्चा है।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि जेपी नड्डा भी अपने हिमाचल दौरे के बाद वापस नई दिल्ली पहुंच रहे हैं। सूत्रों की मानें तो 8 जुलाई को मोदी कैबिनेट का विस्तार होने की उम्मीद है। केंद्रीय कैबिनेट में इस बार 20 नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है। इनमें उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों को तरजीह मिलने की उम्मीद है।

मोदी कैबिनेट विस्तार से पहले बड़ा फेरबदल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट विस्तार से पहले देश में बड़ा फेरबदल देखने को मिला है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 8 राज्यों में नए राज्यपाल की नियुक्ति की है। जिनमें कर्नाटक, झारखंड, मध्य प्रदेश, गोवा, हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा, हरियाणा और मिजोरम राज्य शामिल है। थावरचंद गहलोत जो कैबिनेट मंत्री थे। किसी को भी इस बात की उम्मीद नहीं थी कि थावरचंद गहलोत को मंत्रीमंडल से बाहर कर उन्हें कर्नाटक भेजा जा सकता है। थावरचंद गहलोत को मंत्रीमंडल से बाहर भेजने के बाद ये तय हो गया है कि मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है।

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