Republic Day पर दुनिया की पहली स्वदेशी कोविड नेजल वैक्सीन लॉन्च, जानिये कीमतें और शर्ते

भारत आज 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया कोविड महामारी के चलते प्रभावित थी। भारत ने जिस तरह से कोविड के खिलाफ लड़ाई लड़ी, उसकी सराहना दुनिया के तमाम देशों ने की। आज गणतंत्र दिवस पर महामारी के खिलाफ लड़ाई में एक और ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने आज दुनिया की पहली स्वदेशी इंट्रानेजल कोविड वैक्सीन को लॉन्च कर दिया है। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री के साथ साइंस-टेक्नोलॉजी मिनिस्टर जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहेे।
दरअसल, दुनियाभर में कोरोना के मामले में तेजी देखने के बाद केंद्र सरकार ने 23 दिसंबर 2022 को भारत बायोटेक द्वारा बनाई गई नेजल वैक्सीन को मंजूरी दी थी। इस वैक्सीन को भारत में बूस्टर डोज के तौर पर लिया जा सकता है। सबसे पहले यह वैक्सीन देश के प्राइवेट अस्पतालों में मुहैया कराई जाएगी। इसके लिए लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए शुल्क चुकाना होगा। प्राइवेट अस्पतालों में इस वैक्सीन की कीमत 800 रुपए निर्धारित की है। लेकिन, भारत बायोटेक ने दूसरी तरफ यह भी ऐलान किया कि इस वैक्सीन को सरकारी अस्पतालों में 325 रूपये में मुहैया कराया जाएगा। इस वैक्सीन को CoWIN पोर्टल के जरिये बुक किया जा सकता है।
इंट्रानेजल वैक्सीन क्यों है दूसरी वैक्सीन से खास
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए देश में वैक्सीन लगाने का कार्य शुरू किया गया था। पहले कोरोना वैक्सीन को लोगों की बाजू पर लगाया जाता था। अब भारत बायोटेक ने वैक्सीन की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाया है। अब भारत बायोटेक ने नाक से दी जाने वाली वैक्सीन को निर्मित किया है। इस वैक्सीन का नाम पहले यह BBV154 था और बाद में इसका नाम बदलकर iNCOVACC रखा गया। नैजल वैक्सीन को 18 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति लगवा सकते हैं। इस वैक्सीन को नाक के जरिए दिया जाता है। इसलिए इसका नाम इंट्रानेजल वैक्सीन रखा गया है। यह वैक्सीन केवल 18 साल से ऊपर के लोगों को बतौर बूस्टर डोज दी जा सकती है। 13 से 17 वर्ष तक के बच्चों काे यह वैक्सीन नहीं दी जा सकती है।
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