Bengal Violence : पश्चिम मेदिनीपुर में केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन पर हमला, हालात का जायजा लेने गृह मंत्रालय की टीम पहुंची कोलकाता

Bengal Violence : पश्चिम मेदिनीपुर में केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन पर हमला, हालात का जायजा लेने गृह मंत्रालय की टीम पहुंची कोलकाता
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सीएम ममता बनर्जी ने कल शपथग्रहण के बाद भरोसा दिलाया था कि अब से प्रदेश की कानून व्यवस्था वे स्वयं देखेंगी। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर अब के बाद किसी ने भी हिंसा की तो उसे किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। बावजूद इसके हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही।

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद भी राज्य में हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही। ताजा मामला पश्चिम मेदिनीपुर जिले के पंचखुंडी गांव से सामने आया है, जहां बदमाशों ने केंद्रीय राज्य मंत्री वी मुरलीधरन की कार पर हमला कर दिया। हमले में कार के शीशे तोड़ दिए गए। हालांकि केंद्रीय मंत्री बाल-बाल बच निकलने में कामयाब रहे। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हालात की समीक्षा के लिए चार सदस्यीय टीम को पश्चिम बंगाल रवाना किया, जो कोलकाता पहुंच गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बंगाल चुनाव के नतीजे आने के बाद से भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है। उपद्रवियों ने नतीजे आने के तुरंत बाद ही कई जगह भाजपा कार्यालयों में आगजनी कर दी थी। साथ ही, बीजेपी कार्यकर्ताओं के घरों पर भी कई जगह हमले किए गए। सीएम ममता बनर्जी ने कल शपथग्रहण के बाद भरोसा दिलाया था कि अब से प्रदेश की कानून व्यवस्था वे स्वयं देखेंगी। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर अब के बाद किसी ने भी हिंसा की तो उसे किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

बावजूद इसके आज पश्चिमी मेदिनपुर में भाजपा नेता वी मुरलीधरन पर हमला हो गया। मुरलीधरन यहां हिंसा से पीड़ित कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने गए थे। वापस लौटते समय उन पर हमला हुआ। हमले में उनकी कार के शीशे तोड़ दिए गए। हालांकि मुरलीधरन सुरक्षित हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह हमला भी टीएमसी समर्थित गुंडों ने किया है। हमलावर उन्हें जान से मारने के इरादे से आए थे।

केंद्रीय टीम बंगाल पहुंची

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने चार सदस्यीय टीम को बंगाल में हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में हालात का जायजा लेने भेजा है। गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव के नेतृत्व में गठित इस टीम ने कोलकाता पहुंचने के बाद डीजी और गृह सचिव के साथ बैठक की। यह टीम अपनी रिपोर्ट सीधे गृहमंत्रालय को देगी, जिसके बाद आगे का फैसला होगा।


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