Chardham Yatra 2023: श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, ऑनलाइन पंजीकरण पर 15 जून तक लगी रोक

Uttarakhand News: चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) को लेकर भक्तों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। इस वर्ष जब से मंदिर का कपाट खुला है, तब से भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी है। इसका अनुमान इससे लगाया जा सकता है कि अब तक करीब 20 लाख लोग दर्शन कर चुके हैं। वहीं, 40 लाख लोगों ने दर्शन के लिए पंजीकरण करा रखा है। सरकारी सूचना के मुताबिक, बद्रीनाथ (Badrinath), केदारनाथ (Kedarnath) यमुनोत्री (yamunotri) और गंगोत्री (Gangotri) धाम में रोजाना 60 हजार से अधिक भक्त दर्शन करने के लिए जाते हैं। बता दें कि उत्तराखंड में एक सीजन में सबसे अधिक 7.13 लाख लोगों ने चार धाम की यात्रा की थी, लेकिन इस साल यह रिकॉर्ड टूट चुका है।
15 जून तक ऑनलाइन पंजीकरण पर रोक
कुछ समय पहले खराब मौसम के चलते यात्रा को रोक दिया गया था, लेकिन मौसम ठीक होने के बाद इसे एक बार फिर से शुरू कर दिया गया। इसके बाद अभी श्रद्धालु भारी संख्या में चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण करा रहे थे, इसके कारण से उत्तराखंड सरकार (Government of Uttarakhand) ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 15 जून तक ऑनलाइन पंजीकरण पर रोक लगा दिया है। यात्रा के नोडल अधिकारी आरटीओ सुनील कुमार ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस वर्ष अधिक ग्रीन कार्ड बना है। साथ ही इस बार भक्तों में अधिक उत्साह देखने को मिल रहा है।
इस लिए आकर्षित करता है चारधाम
ऐसी मान्यता है कि बद्रीनाथ के दर्शन करने से जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति मिल जाती है। यही वजह है कि बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) को मुक्ति धाम भी कहा जाता है। बद्रीनाथ मंदिर दो पर्वत नर और नारायण के बीच स्थित है। पुराणों के अनुसार कलयुग में नर और नारायण नाम के पर्वत विलीन हो जायेंगे और इनका मार्ग बंद हो जाएगा। ऐसा माना जाता है कि यह धाम भगवान का निवास स्थान है। इसी लिए श्री हरि को बद्रीनारायण के रूप में पूजा जाता है। पुराणों के अनुसार महादेव ने केदारनाथ में स्वयं विश्राम किए थे। इसके अलावा भी केदारनाथ यात्रा के कई धार्मिक महत्व है।
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