उत्तराखंड में मचा सियासी घमासान: खतरे में पड़ी सीएम त्रिवेंद्र रावत की कुर्सी, जानें भाजपा की रणनीति

उत्तराखंड में मचा सियासी घमासान: खतरे में पड़ी सीएम त्रिवेंद्र रावत की कुर्सी, जानें भाजपा की रणनीति
X
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections in Uttarakhand) से पहले ही सियासी घमासान तेज हो गया है। यहां भाजपा प्रदेश सरकार (BJP State Government) पर इतनी हमलावर होती दिख रही है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की कुर्सी पर खतरे के बादल छा गए हैं। भाजपा आलाकमान ने त्रिवेंद्र रावत (Cm Trivandra Rawat) को तलब किया है इससे संकेत मिल रहे हैं कि प्रदेश में सरकार बदलने की तैयारी तेज हो गई है।

उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections in Uttarakhand) से पहले ही सियासी घमासान तेज हो गया है। यहां भाजपा प्रदेश सरकार (BJP State Government) पर इतनी हमलावर होती दिख रही है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की कुर्सी पर खतरे के बादल छा गए हैं। भाजपा आलाकमान ने त्रिवेंद्र रावत (Cm Trivandra Rawat) को तलब किया है इससे संकेत मिल रहे हैं कि प्रदेश में सरकार बदलने की तैयारी तेज हो गई है। यहां पर मुख्यमंत्री की दौड़ में कई भाजपा दिग्गज नेताओं के नाम चल रहे हैं। देहरादून भाजपा (Dehradun BJP) के पर्यवेक्षक के तौर पर गए छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (Former Chief Minister Raman Singh) और दूसरे पर्यवेक्षक उत्तराखंड के प्रभारी महासचिव दुष्यंत गौतम अपनी रिपोर्ट भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को सौंप सकते हैं, जिस पर मंगलवार को भाजपा (BJP) की पार्लियामेंट्री कमेटी की बैठक में उत्तराखंड को लेकर बड़ा फैसला हो सकता है।

मीडिया रिपोर्टुस के मुताबिक, यूके में सीएम बदलने की तैयारी की रूपरेखा लिखी जा रही है। ऐसे में त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह पार्टी धन सिंह रावत या सतपाल महाराज के नाम पर नए सीएम के तौर पर विधायकों के बीच सहमति बनाने की कोशिश की जा रही है। अगर इन दोनों नेताओं पर सहमति नही बनी तो केंद्र की तरफ से नैनीताल (Nainital) लोकसभा सांसद अजय भट्ट और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के नाम बढ़ाये जा सकते है। बता दें कि त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ कई मंत्रियों और विधायकों के मोर्चा खोलने के बाद भाजपा आलाकमान ने शनिवार को दो केंद्रीय नेताओं को पर्यवेक्षक बनाकर देहरादून भेजा था। देहरादून पहुंचे डॉ रमन सिंह (Dr. Raman Singh) और उत्तराखंड के प्रभारी महासचिव दुष्यंत गौतम ने कोर कमेटी के सदस्यों की राय ली। साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह के साथ भी लंबी चर्चा की और दिल्ली लौट आए और अब पर्यवेक्षक पार्टी हाई कमान को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

आपको बता दें कि उत्तराखंड में अगले साल के शुरुआत में ही विधानसभा के चुनाव (Assembly Elections) होने हैं, जिसे लेकर विपक्ष जोरदार तरीके से तैयारी में जुट गया है। वहीं, भाजपा में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को लेकर पार्टी में एक गुट ने मोर्चा खोल दिया है। सीएम (CM) को बदलने की मांग राज्य में पार्टी का एक धड़ा काफी लंबे समय से कर रहा है और माना जा रहा है कि इसी को लेकर दो पर्यवेक्षकों को उत्तराखंड भेजा गया था, जिसके बाद उन्होंने राज्य के 4 भाजपा सांसदों और 45 विधायकों (BJP MLA) के साथ बैठक की थी। जिसमें सभी विधायकों ने अपनी-अपनी राय दी थी।

Tags

Next Story