उत्तराखंड: त्रिशूल पर्वत पर लापता पर्वतारोहियों का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, 2 से 3 जवानों के शव आये नजर

उत्तराखंड: त्रिशूल पर्वत पर लापता पर्वतारोहियों का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, 2 से 3 जवानों के शव आये नजर
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मिली जानकारी के अनुसार 20 सदस्यों की एक टीम 3 सितंबर को ट्रैकिंग अभियान (tracking campaign) के लिए मुंबई (Mumbai) से रवाना हुई थी। 

उत्तराखंड (Uttarakhand) के जोशीमठ (Joshi math) में लापता पर्वतारोहियों का रेस्क्यू अभियान अभी जारी है। जानकारी के अनुसार, हेलीकॅाप्टर (helicopter) से रेस्क्यू कर रही टीम को त्रिशूल पर्वत (Trishul Parvat) पर करीब तीन शव दिखाई दिए हैं। बता दें कि बीते शुक्रवार को उत्तराखंड में त्रिशूल पर्वत पर हिमस्खलन (Avalanche) हुआ है। इस हादसे में त्रिशूल पर्वत पर पर्वतारोहण के लिए गए भारतीय नौसेना (Indian Navy) के 10 जवान लापता हो गए। फिलहाल उनकी तलाश की जा रही है।

मिली जानकारी के अनुसार 20 सदस्यों की एक टीम 3 सितंबर को ट्रैकिंग अभियान (tracking campaign) के लिए मुंबई (Mumbai) से रवाना हुई थी। 20 सदस्यीय टीम ने 7,120 मीटर ऊंचे माउंट त्रिशूल पर चढ़ाई की। सुबह के समय 10 जवान अभियान के अंतिम चरण के लिए रवाना हुए। लेकिन यात्रा Travels के दौरान एक हिमस्खलन हो गया और वह लापता हो गए।

बता दें कि माउंट त्रिशूल (Mount Trishul), जिसका मतलब भगवान शिव (Lord Shiv) का हथियार त्रिशूल है। उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में स्थित 3 हिमालयी चोटियों का एक ग्रुप है। भारतीय नौसेना के एडवेंचर विंग (adventure wing) ने सुबह करीब 11 बजे एनआईएम अधिकारियों को घटना के बारे में सूचित किया था और संस्थान की सर्च अभियान (rescue operation) और बचाव दल की मदद मांगी थी।

नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्राचार्य अमित बिष्ट (Amit Bisht) ने कहा कि हिमस्खलन शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे हुआ। इस बीच, हेलीकॉप्टर, सेना (Indian Army), वायु सेना (Indian Air Force), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और जमीनी बचाव दल रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं।

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