Uttarkashi Tunnel Rescue: अभी रेस्क्यू में लगेगा 1 महीना! एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स का चौंकाने वाला खुलासा

Uttarkashi Tunnel Rescue Operation: उत्तरकाशी की सिल्क्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने में लंबा समय लग रहा है, लेकिन अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पा रही है कि आखिर कब तक मजदूरों को टनल से बाहर निकालने में कामयाबी मिल पाएगी। हर दिन नई-नई बाधाएं एक नई चुनौती बनकर सामने आ रही है। मजदूरों से महज 10 मीटर दूर पर अमेरिकी ऑगर मशीन टूट गई, जिसके कारण रेस्क्यू का काम बीते दिन यानी शुक्रवार से रुका हुआ है। अब वर्टिकल यानी सुरंग के ऊपरी हिस्से पर ड्रिलिंग की तैयारी की जा रही है। टनल के अंदर फंसे 41 मजदूरों और बाहर उनके परिवारों की उम्मीद पर हर बार पानी फिर रहा है। हालांकि, मजदूरों को बचाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इस बीच अमेरिका से आए एक इंटरनेशनल टनलिंग एक्सपर्ट अरनॉल्ड डिक्स ने मजदूरों को लेकर बड़ा दिया बयान दिया है। उन्होंने अपने बयान में एक नई डेड लाइन दे दी है।
टनलिंग विशेषज्ञ ने क्या कहा
सिल्क्यारा सुरंग बचाव अभियान पर अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मजदूरों को निकालने में अभी समय लगेगा। उन्होंने कहा कि क्रिसमस यानी की 25 दिसंबर तक सभी मजदूर अपने घर पर होंगे। इसका मतलब है कि अब से एक महीने तक का समय लगेगा।
गौरतलब है कि अभी दो दिन पहले तक ये जानकारी सामने आ रही थी कि मजदूरों के रेस्क्यू का काम बहुत जल्दी ही पूरा हो जाएगा, एक-दो दिन में सभी मजदूर बाहर आ जाएंगे, लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी करने वाली टीम के जिम्मेदार अधिकारी अब तक रोजाना बयान बदलते रहे हैं। ऐसे में अर्नोल्ड डिक्स के बयान ने तो और भी ज्यादा चौंका दिया है। उनके बयान के मुताबिक, अभी मजदूरों को निकालने में लंबा समय लेगेगा।
वर्टिकल ड्रिलिंग में होगी
बता दें कि सरिये के जाल में फंसने से ऑगर मशीन बीती रात खराब हो गई। अरनॉल्ड डिक्स ने कहा है कि अब ऑगर से ड्रिलिंग नहीं होगी, न ही दूसरी मशीन बुलाई जाएगी। डिक्स ने कह दिया है बी प्लान के तहत टनल के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग की तैयारी हो रही है। यानी अब सुरंग के ऊपर से खुदाई की तैयारी है। वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए मशीन को सुरंग के ऊपरी हिस्से पर ले जाया जा रहा है। अरनॉल्ड डिक्स ने क्रिसमस की डेडलाइन देते हुए कहा कि क्रिसमस से पहले सभी मजदूर अपने घर पर होंगे। वह सुरक्षित हैं। अगर रेस्क्यू में जल्दबाजी की गई तो और मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इसलिए पूरी सावधानी के साथ सुरंग में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
#WATCH | On Silkyara tunnel rescue operation, International Tunneling Expert, Arnold Dix says, "It means some time from now until one month and 41 men will be home safe. I just don't know exactly when. I mean that we should not rush. We should just consider the most important… pic.twitter.com/XOdxWJVX5J
— ANI (@ANI) November 25, 2023
इस वजह से रूकी हॉरिजॉन्टल ड्रिलिंग
बता दें कि 21 नवंबर से सिल्क्यारा की तरफ से टनल में हॉरिजॉन्टल ड्रिलिंग की जा रही थी। इसमें काफी हद तक कामयाबी मिली। 60 मीटर के हिस्से में से 47 मीटर तक ड्रिलिंग के जरिए पाइप डाला जा चुका है। मजदूरों तक करीब 10-12 मीटर की दूरी रह गई थी, लेकिन शुक्रवार शाम को ड्रिलिंग मशीन के सामने सरिए आ जाने से ड्रिलिंग मशीन का शाफ्ट फंस गया। जब मशीन से और प्रेशर डाला गया तो वह टूट गया। इसका कुछ हिस्सा तोड़कर निकाला गया, लेकिन बड़ा हिस्सा अभी भी वहां अटका हुआ है। इसे मैनुअल ड्रिलिंग कर निकाला जाएगा, फिर आगे खुदाई की जाएगी। दरअसल, पाइप में एक ही व्यक्ति जा सकता है और खुदाई कर सकता है। इसलिए, ऐसा करने में काफी वक्त लग सकता है।
सीएम धामी ने टनल रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया
इस बीच सीएम पुष्कर सिंह धामी ने टनल रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों से सुरंग में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने ऑगर मशीन की स्थिति के संबंध में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पाइप में फंसी ऑगर मशीन को जल्द से जल्द हटाया जाए।
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