Video: विजय चौक पर केरल यूडीएफ के सांसदों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की, जानें 'सिल्वर लाइन प्रोजेक्ट' का विरोध क्यों हो रहा

केरल यूडीएफ के सांसद (Kerala UDF MPs) आज दिल्ली में विजय चौक पर 'सिल्वर लाइन प्रोजेक्ट' (Silver Line Project) के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान यूडीएफ सांसदों की दिल्ली पुलिस के साथ धक्का-मुक्की (scrimmage) शुरू हो गई। समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से पुलिस और नेताओं की धक्का-मुक्की का वीडियो शेयर किया गया है। वीडियो में नेताओं और पुलिस (Police) के बीच धक्का-मुक्की देखी जा सकता है।
केरल के 30 हजार लोग 'सिल्वर लाइन प्रोजेक्ट' से डरे हुए हैं
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, विजय चौक पर प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि केरल सरकार द्वारा लाया गया 'सिल्वर लाइन प्रोजेक्ट' जनता के हित के खिलाफ है। केरल के 30 हजार लोग 'सिल्वर लाइन प्रोजेक्ट' से डरे हुए हैं। हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों की परेशानी को देखें और इस प्रोजेक्ट को आने से रोकें।
#WATCH दिल्ली: केरल UDF के सांसदों ने विजय चौक पर 'सिल्वर लाइन प्रोजेक्ट' के
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 24, 2022
विरोध में प्रदर्शन किया, इस दौरान पुलिस के साथ उनकी धक्का-मुक्की हुई। pic.twitter.com/Dhk2dfCgGi
सासंद शांतिपूर्ण तरीके प्रदर्शन कर रहे थे
इसके अलावा कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने विजय चौक पर केरल सरकार के 'सिल्वर लाइन प्रोजक्ट' को लेकर प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ धक्का-मुक्की पर भी बयान दिया है। केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि केरल के सांसद शांतिपूर्ण तरीके प्रदर्शन कर रहे थे, इसी दौरान पुलिस ने हमारे साथ हाथापाई की, ये बेहद शर्मनाक है। 10-12 सांसद उस दौरान मोजूद थे।
बता दें कि वर्तमान समय में केरल में केरल में सेमी हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर की चर्चा बहुत हो रही है। केरल सरकार राज्य में सिल्वर लाइन प्रॉजेक्ट लाने की तैयारी मे है। राज्य सरकार का दावा है कि यह प्रोजेक्ट केरल के दो छोरों को जोड़ने का काम करेगा। वहीं दूसरी तरफ राज्य में भाजपा और कांग्रेस समेत कई दल इस प्रोजेक्ट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रोजेक्ट का क्यों हो रहा विरोध
आपको जानकारी के लिए बता दें कि 'सिल्वर लाइन प्रोजेक्ट' के खिलाफ सबसे अधिक विरोध प्रदर्शन एर्नाकुलम, कोट्टायम और कोझिकोड जिले में हो रहा है। भाजपा, कांग्रेस दल के नेता समेत पर्यावरण संरक्षणकर्ता इसका विरोध कर रहे हैं। जो इस प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं उनका कहना है कि इस प्रोजेक्ट से पर्यावरण को बहुत ज्यादा नुकसान होगा। क्योंकि यह प्रोजेक्ट वेटलैंड्स, धान के खेत और केरल की पहाड़ियों से होकर गुजरेगा। इतना ही नहीं इस प्रोजेक्ट की वजह से करीब बीस हजार लोग वेघर हो जाएंगे। केरल सरकार के मुताबिक, यह प्रोजेक्ट साल 2025 तक पूरा हो जाएगा। जबिक विशेषज्ञों का कहना है प्रजेक्ट को पूरा होने में 10 वर्ष लगेंगे।
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