मास्क पहनने से बढ़ जाती है शरीर में कार्बन डाई ऑक्साइड की मात्रा, ज्यादा इस्तेमाल हो सकता है खतरनाक

कोरोना वायरस के खिलाफ मास्क वो हथियार है जो आपके पास हो तो संक्रमण का खतरा काफी कम हो जाता है। इसलिए अब फेस मास्क को भारत में भी अनिवार्य कर दिया गया है। अगर आप घर से बाहर निकलते हैं तो जरूरी है कि आप फेस मास्क लगाकर ही घर से निकलें। लेकिन अब फेस मास्क को लेकर एक नई बात सामने आ रही है।
सोशल मीडिया पर भी लगातार इस तरह की पोस्ट शेयर की जा रही हैं कि लगातार ज्यादा देर तक मास्क पहनने की वजह से शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा ब्लड में बढ़ जाती है। लेकिन क्या सच में मास्क के अधिक इस्तेमाल से शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है? या इस तरह की पोस्ट सिर्फ लोगों को डराने के लिए सोशल मीडिया पर नजर आ रही हैं।
इस पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान का कहना है कि कई मामलों में लंबे वक्त तक मास्क का इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है। स्वास्थ्य संस्थान के मुताबिक कार्बन डाइऑक्साइड के हाई लेवल पर सांस लेना जानलेवा हो सकता है। कार्बन डाइऑक्साइड में मौजूद हाइपरकेनिया के कारण सिरदर्द, चक्कर, देखने में परेशानी, फोकस करने में दिक्कत, कान में आवाज आना दौरा पड़ने जैसी समस्या हो सकती है।
मास्क की वजह से शरीर में कम हो जाता है ऑक्सीजन का प्रवाह
आमतौर पर वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा 0.04 फीसदी होती है। लेकिन यदि यही मात्रा 10 फीसदी या इससे अधिक हो जाए तो जानलेवा हो सकती है। जब आप कोई मास्क पहनते हैं तो सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया चलती रहती है। इस दौरान मास्क की वजह से ऑक्सीजन का प्रवाह कम रहता है और कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है।
क्योंकि जो सांस आप छोड़ते हैं तो वो मास्क में ही कुछ देर रहती है। ऐसे में आप छोड़े हुए सांस यानी कार्बन डाइऑक्साइड को ही ऑक्सीजन के साथ ले रहे होते हैं। सीओ2 रक्त के पीएच को नियंत्रित करता है। अधिक सीओ2 के कारण रक्त बहुत अम्लीय हो जाता है। जैसे-जैसे रक्त अम्लीय होता जाता है तो शरीर ऑक्सीजन की मांग करता है और नहीं मिलने की स्थिति में दौरे जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
कैसे करें मास्क का इस्तेमाल
एन95 मास्क हेल्थ केयर वर्कर्स के लिए जरूरी है, लेकिन अगर आप इसका इस्तेमाल कर रहे हैं तो लंबे समय तक ना पहनें। दौड़ते समय या तेजी से टहलते समय एन95 मास्क को उतार दें। मास्क के बिना घर से न निकलें लेकिन जरूरत से ज्यादा टाइट मास्क ना पहनें। वैसे घर पर बने मास्क ज्यादा बेहतर हैं, क्योंकि इनके साथ सांस लेने में तकलीफ नहीं होती। घर पर मास्क बनाने के लिए भी कॉटन के कपड़े का इस्तेमाल करें। अगर मास्क पहनने के बाद सांस लेने में दिक्कत हो रही तो मास्क को उतार दें और किसी सुरक्षित जगह पर आराम करें। डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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