लॉकडाउन 1.0 में भाजपा नेता ने केंद्र सरकार के जबरन मंदिर खोलने के फैसले को बताया गलत, कहा-फैल सकता है कोरोना

लॉकडाउन 1.0 में भाजपा नेता ने केंद्र सरकार के जबरन मंदिर खोलने के फैसले को बताया गलत, कहा-फैल सकता है कोरोना
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केंद्र सरकार ने पहले फेज में देश के सभी राज्यों में धर्म स्थलों को खोलने के आदेश दिये। 8 जून से खुल जाएंगे सभी धर्म स्थल

कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच लॉकडाउन 4 खत्म होने के साथ ही सरकार ने कुछ गाइडलाइन के साथ देश में अनलॉक 1.0 जारी किया है। इसके तहत देश की सभी चीजें जैसे धर्मस्थल, होटल, रेस्टोरेंट, स्कूल, कॉलेज से लेकर मेट्रो व रेल को अलग अलग जोन में बांटा है। इसमें सभी जोन को धीरे धीरे खोला जाएगा। इसमें आठ जून को सभी धर्म स्थलों को खोल दिया जाएगा। सरकार के इस फैसले को वेस्ट बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने गलत बताया है। उन्होंने सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि सरकार का सभी धर्म स्थलों को खोलने का फैसला गलत है।

पश्चिम बंगाल में भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि सरकार का पहले फेज में सभी धर्म स्थल खोलने का फैसला गलत है। इस से कोरोना वायरस तेजी से फैल सकता है। भाजपा नेता ने प्रेस वार्ता कर कहा कि सरकार को अभी धर्म स्थल खोलने की क्या जरूरत थी। अब धर्म स्थलों में पर लोगों के एकत्र होने से कोरोना फैल सकता है। इसका खतरा बढ गया है। इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि अगर कल को कोरोना वायरस संक्रमण के केस बढे तो इसकी जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ केंद्र सरकार होगी। क्योकिं सरकार का यह फैसला गलत है। जिसे जल्दबाजी में राज्यों पर थोपा गया है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं। इसकी वजह से ही यहां पर कोरोना संक्रमण के केस तेजी से बढ रहे हैं। ऐसे में सरकार का यह फैसला और भी भारी पड सकता है। इस दौरान भाजपा नेता ने प्रदेश की मुख्य मंत्री ममता बेनर्जी के एक बयान पर भी कमेंट करते हुए कहा कि प्रदेश की मुख्यमंत्री शरीर और दिमागी रूप से बीमार हो चुकी हैं। उन्हें क्वारंटाइन हो जाना चाहिए। इसी वजह से वे कहती हैं कि कोरोना आपके तकिये में है।

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