Abhishek Banerjee: 'मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं', शिक्षक भर्ती घोटाले में ED को बोले अभिषेक बनर्जी

Teacher Recruitment Case: पश्चिम बंगाल के शिक्षक नियुक्ति घोटाला के मामले में धनशोधन की जांच कर रहे ईडी ने आज गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद और सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी से पूछताछ की। बता दें कि जांच एजेंसी ने बुधवार (8 नवंबर) को TMC सांसद को समन भेजा था। इस बीच टीएमसी के राष्ट्रीय सचिव अभिषेक बनर्जी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। वे (ईडी) जब चाहें मुझे बुला सकते हैं। सभी चीजें लोगों के सामने हैं कि वे (बीजेपी) हमसे लड़ने में सक्षम नहीं है। इसलिए वे जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर आपके पास मेरे खिलाफ कोई सबूत है तो उसे अदालत के सामने पेश करें।
13 सितंबर को ईडी ने बनर्जी से की थी पूछताछ
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने 3 अक्टूबर को अभिषेक बनर्जी को पेश होने के लिए कहा था। उस समय अभिषेक बनर्जी ED के सामने पेश नहीं हुए थे। वे दिल्ली में 2-3 अक्टूबर को TMC के विरोध प्रदर्शन में चले गए थे। बता दें कि 13 सितंबर को शिक्षक भर्ती मामले में ईडी ने बनर्जी से लगभग नौ घंटे तक पूछताछ की थी। तब उन्होंने आरोप लगाया था कि यह पूछताछ उन्हें विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की बैठक में शामिल होने से रोकने का एक प्रयास है और यह इस बात का भी प्रमाण है कि टीएमसी विपक्षी एकता बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसी दिन दिल्ली में I.N.D.I.A अलायंस के कोऑर्डिनेशन/स्ट्रैटजी कमेटी की पहली बैठक थी।
#WATCH कोलकाता, पश्चिम बंगाल: SSC मामले में TMC के राष्ट्रीय सचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा, "...जब नई संसद में 4 दिन का विशेष सत्र बुलाया गया तो भाजपा के सांसद रमेश बिधूड़ी ने अपशब्द का इस्तेमाल किया। भाजपा के कई सारे सांसद हैं जिनके खिलाफ सुनवाई नहीं होती है लेकिन अगर कोई सरकार के… pic.twitter.com/6VT7kiZJ4T
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 9, 2023
ये है शिक्षक भर्ती घोटाला
बता दें कि चर्चित शिक्षक भर्ती घोटाला 2014 का है। जब पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड ने शिक्षकों की भर्ती के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) आयोजित की थी। साल 2021 में यह सामने आया कि कम टीईटी स्कोर वाले व्यक्तियों को शिक्षक पद दे दिए गए थे। CBI ने पिछले साल 30 सितंबर को पहली चार्जशीट पेश की थी। इसमें पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी समेत 16 लोगों के नाम थे। ED ने पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया था। पार्थ 23 जुलाई, 2022 से जेल में हैं, उनकी जमानत याचिकाएं खारिज हो चुकी हैं।
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