महाराष्ट्र विधानसभा के नये अध्यक्ष चुने गए राहुल नार्वेकर, जानिए इनके बारे में

महाराष्ट्र विधानसभा के नये अध्यक्ष चुने गए राहुल नार्वेकर, जानिए इनके बारे में
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महाराष्ट्र विधानसभा के नए अध्यक्ष राहुल नार्वेकर पेशे से वकील हैं। राहुल के पिता सुरेश नार्वेकर बीएमसी में पार्षद थे। उनके भाई मकरंद बीएमसी के वार्ड नंबर 227 से दूसरी बार पार्षद बने हैं।

महाराष्ट्र (Maharashtra) में पहली बार भारतीय जनता पार्टी से विधायक बने राहुल नार्वेकर (Rahul Narwekar) को महाराष्ट्र का नया स्पीकर चुना गया है। सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष (Maharashtra Assembly Speaker) पद के लिए चुनाव हुआ। राहुल नार्वेकर के पक्ष में 164 वोट पड़े। राहुल नार्वेकर को शिवसेना विधायक और उद्धव ठाकरे के वफादार राजन साल्वी (Rajan Salvi) के खिलाफ मैदान में उतारा गया था, जो विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के लिए शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार थे। चलिए जानते हैं महाराष्ट्र विधानसभा के नये स्पीकर राहुल नार्वेकर कौन हैं?

महाराष्ट्र विधानसभा के नये स्पीकर राहुल नार्वेकर कौन हैं? जानिए

महाराष्ट्र विधानसभा के नए अध्यक्ष राहुल नार्वेकर पेशे से वकील हैं। राहुल के पिता सुरेश नार्वेकर बीएमसी में पार्षद थे। उनके भाई मकरंद बीएमसी के वार्ड नंबर 227 से दूसरी बार पार्षद बने हैं। वहीं राहुल की भाभी हर्षता भी बीएमसी के वार्ड नंबर 226 से पार्षद हैं। साथ ही आपको बता दें कि राहुल नार्वेकर विधान परिषद के पूर्व अध्यक्ष एनसीपी के वरिष्ठ नेता रामराजे निंबालकर के दामाद भी हैं।

राहुल नार्वेकर साल 2019 में भाजपा में हुए शामिल

साल 2019 में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हुए थे। इसी दौरान राहुल नार्वेकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। पार्टी ने राहुल को साउथ मुंबई की कोलाबा विधानसभा से मैदान में उतारा। राहुल कोलाबा विधानसभा में जीत हासिल कर विधायक बने। इस समय राहुल महाराष्ट्र भाजपा के मीडिया इंचार्ज भी हैं।

भाजपा से पहले राहुल शिवसेना और एनसीपी में भी रहे हैं

जानकारी के लिए बता दें, राहुल नार्वेकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने से पहले शिवसेना और एनसीपी में भी रहे हैं। राहुल शिवसेना में 18 वर्ष तक रहे हैं। साल 2014 में राहुल ने राज्य विधान परिषद का चुनाव लड़ने का मन बनाया, लेकिन शिवसेना ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। इसके बाद व शिवसेना से इस्तीफा देकर एनसीपी पार्टी में शामिल हो गए। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल एनसीपी के टिकट पर मावल सीट से चुनाव लड़े, लेकिन जीत नहीं सके। उसके बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली और कोलाबा से विधायक बने।

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