राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर क्यों विवादों में फंसे अधीर रंजन, ये ट्वीट किया बाद में डिलीट

राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर क्यों विवादों में फंसे अधीर रंजन, ये ट्वीट किया बाद में डिलीट
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लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan) ने एक ट्वीट आज शेयर किया, जिसको बाद में डिलीट भी कर दिया गया। उनकी पुण्यतिथि पर किए गए ट्वीट को लेकर बवाल मचा हुआ है।

देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Rajeev Gandhi) की आज पुण्यतिथि है। इस मौके पर कांग्रेस (congress) परिवार से लेकर बड़े नेता उनको याद किया। इसी बीच कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan) ने एक ट्वीट आज शेयर किया, जिसको बाद में डिलीट भी कर दिया गया। उनकी पुण्यतिथि पर किए गए ट्वीट को लेकर बवाल मचा हुआ है।

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर उनकी तस्वीर के साथ ट्वीट कर लिखा कि जब एक बड़ा पेड़ गिरता है, तो धरती हिलती है। उऩके इस बयान के बाद उनकी आलोचना होनी शुरू हो गई। कांग्रेस नेता ने एक और ट्वीट कर राजीव गांधी को श्रद्धांजलि दी


बता दें कि साल 1984 के सिख दंगे देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए थे। इन दंगों के बाद प्रधान मंत्री राजीव गांधी ने एक बयान दिया कि जब एक बड़ा पेड़ गिरता है, तो धरती हिलती है। इस बयान को लेकर तब भी विपक्ष ने आलोचना की थी और आज भी जब पार्टी सत्ता में नहीं है तो उनके इस बयान की आलोचना हो रही है।

अधीर रंजन का ट्वीट जिसे पोस्ट करने के बाद डिलीट भी कर दिया गया। करीब सात साल तक चले लंबे मुकदमे के बाद 28 जनवरी 1998 को इस मामले के लिए गठित विशेष अदालत ने सभी 26 आरोपियों को मौत की सजा सुनाई। इसके बाद इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी। इस अपील पर 5 मई 1999 को फैसला सुनाया गया। इसने पेरारीवलन, नलिनी, संथान और मुरुगन की मौत की सजा को बरकरार रखा, जबकि रॉबर्ट पेस, जयकुमार और रविचंद्रन की मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया गया। दूसरी ओर शनमुगा वाडिवेलु को दोषी समझे बिना रिहा करने का आदेश दिया गया था। अभी हाल ही में एजी पेरारिवलन अब जेल से रिहा कर दिया गया।

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