World Diabetes Day 2020: जानें क्यों मनाया जाता है विश्व मधुमेह दिवस, भारत में हर 5वां व्यक्ति इस बीमारी से है ग्रस्त

भारत को मधुमेह की राजधानी कहा जाता है। खान पान की खराबी और शारीरिक श्रम की कमी के कारण पिछले दशक में भारत में मधुमेह की दर दुनिया में सबसे ज्यादा रही है। वर्तमान समय में हर 5 में से 1 व्यक्ति को मधुमेह की बीमारी होती है। यह एक ऐसी बीमारी है तो पीढ़ी-दर-पीढी परिवार में आ सकती है। डायबिटीज़ ज्यादातर खून में ग्लूकोज की मात्रा कम ज्यादा होने के कारण होती है।
क्यों मनाया जाता है विश्व मधुमेह दिवस
हर साल 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस मनाया जाता है। मधुमेह रोगियों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए 1991 में अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह संघ एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने संयुक्त रूप से इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व मधुमेह दिवस आयोजित करने का विचार किया। 1991 से हर 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस के रूप में मनाया जाता है।
मधुमेह क्या है?
मधुमेह शरीर में अग्राशय द्वारा इंसुलिन का स्त्राव कम हो जाने के कारण होती है। रक्त ग्लूकोज स्तर बढ़ जाता है, साथ ही इन मरीज़ों में रक्त कोलेस्ट्रॉल, वसा के अवयव भी असामान्य हो जाते हैं। धमनियों में बदलाव होते हैं। इन मरीज़ों में आँखों, गुर्दो, मस्तिष्क, ह्दय के क्षतिग्रस्त होने से इनके गंभीर, जटिल घातक रोग का खतरा बढ़ जाता है। 2030 तक भारत में मधुमेह रोगियों की संख्या 10 करोड़ पार कर जाने का अनुमान है मधुमेह एक जानलेवा बीमारी है और स्वास्थ्य संबंधी अन्य तमाम बीमारियों से जुड़ी हुई है। देश में जागरूक लोगों में भी बहुत कम व्यक्ति समय से मधुमेह को लेकर चिकित्सा जांच करवाते हैं। उम्र के साथ होने वाले इस रोग से बचाव के लिए शुरू से चिकित्सा जांच जरूरी है।
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