पहलवानों का कैंडल मार्च, पूनिया बोले- बहनों का सम्मान जान से बढ़कर, कई नेता हुए शामिल

पहलवानों का कैंडल मार्च, पूनिया बोले- बहनों का सम्मान जान से बढ़कर, कई नेता हुए शामिल
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भारतीय कुश्ती संघ (Wrestling Federation of India) के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह (Brij Bhushan Singh) के विरोध में पहलवानों (Wrestlers) ने आज यानी मंगलवार को जंतर-मंतर (Jantar Mantar) से इंडिया गेट तक कैंडल मार्च (Candle March) निकाला। इस मार्च में सत्यपाल मलिक, राकेश टिकैत समेत कई दिग्गज शामिल हुए।

Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती संघ (Wrestling Federation of India) के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह (Brij Bhushan Singh) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज यानी मंगलवार को पहलवानों ने जंतर-मंतर (Jantar Mantar) से इंडिया गेट (India Gate) तक कैंडल मार्च (Candle March) निकाला। पहलवानों ने इसकी घोषणा पहले ही कर दी थी। पहलवानों ने आज शाम 5 बजे से कैंडल मार्च निकाला और इंडिया गेट पहुंचे। इस मार्च में देश के कई नेताओं ने भी हिस्सा लिया। मार्च में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik), किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) और भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) भी शामिल हुए। वहीं, इस मार्च में खाप प्रतिनिधि भी शामिल हुए।

बहनों का सम्मान हमारी जान से बढ़कर- पूनिया

इस दौरान पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि बहनों का सम्मान हमारी जान से बढ़कर है। जब तक अपनी बहनों को न्याय नहीं दिला देते हैं, तब-तक यह आंदोलन यूं ही चलता रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि बहुत सारे लोग इस आंदोलन को बदनाम करने का काम कर रहे हैं, इसलिए हम आपसे विनती करते हैं कि ऐसे ही हमारा साथ देते रहिए। उन्होंने कहा कि देशवासियों को यह सवाल देश से पूछना चाहिए कि हमारा चैंपियन सड़कों पर क्यों है। चैंपियन का स्थान सड़कों पर नहीं, बल्कि अखाड़ा में है।

यह देश की बेटियों की लड़ाई है- साक्षी मलिक

पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि यह देश की बेटियों की लड़ाई है, इसमें हमें आप सभी का समर्थन चाहिए। जंतर मंतर से इंडिया गेट तक हजारों लोगों ने इंसाफ के लिए मार्च किया। उन्होंने कहा कि आज हमें आंदोलन करते हुए एक महीना हो चुका है, लेकिन हमें इंसाफ नहीं मिला।

सत्यपाल मलिक भी पहुंचे इंडिया गेट

पहलवानों को समर्थन देने पहुंचे पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि देश की बेटियों को इंसाफ मिलना चाहिए। अगर सरकार सही होती तो बृजभूषण सिंह जेल में होता। पहलवान 23 अप्रैल से बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी के लिए धरना दे रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। बृजभूषण सिंह पर एक नाबालिग समेत 6 महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न करने का आरोप है।

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