Rubaiya Sayeed kidnapping Case: अपहरण मामले में यासीन मलिक ने कोर्ट से की मांग, गवाहों से खुद पूछताछ की मांगी इजाजत

Rubaiya Sayeed kidnapping Case: अपहरण मामले में यासीन मलिक ने कोर्ट से की मांग, गवाहों से खुद पूछताछ की मांगी इजाजत
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अलगाववादी नेता यासीन मलिक (Separatist leader Yasin Malik) ने कोर्ट से मांग की है और पूछताछ की खुद ही गवाहों से अनुमति मांगी है।

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद (Mufti Mohammad, former Chief Minister of Jammu and Kashmir) की बेटी रुबैया सईद मुफ्ती (Rubaiya Sayeed Mufti) के अपहरण मामले में अलगाववादी नेता यासीन मलिक (Separatist leader Yasin Malik) ने कोर्ट से मांग की है और पूछताछ की खुद ही गवाहों से अनुमति मांगी है। बैन जेकेएलएफ चीफ यासीन मलिक ने बुधवार को जम्मू कश्मीर की स्पेशल कोर्ट से पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रुबैया मलिक के अपहरण से जुड़े मामले में खुद पेश होने की अपील की है। अधिकारियों ने कहा कि अगर अनुमति नहीं मिलती है तो वह अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि मलिक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश हुआ, जो टेरर फंडिंग मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा है। मलिक ने कहा कि उसने कोर्ट में पेश होने के लिए सरकार को चिट्ठी लिखी है। उसने कोर्ट को सूचित किया है कि वह खुद ही गवाहों से क्रॉस चेक करेंगे और वह अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे यदि उनकी अपील को सरकार के द्वारा मंजूर नहीं किया जाता है।

जानकारी के लिए बता दें कि यह माला 8 दिसंबर 1989 को रुबैया सईद के अपहरण से संबंधित है। केंद्र में बीजेपी के समर्थन से बनी वी पी सिंह सरकार के दौरान जम्मू-कश्मीर लिबरेशन के पांच आतंकवादियों को रिहा करने के बाद पांच दिन बाद 13 दिसंबर को उन्हें आतंकवादियों ने रिहा कर दिया था।

पहले ये मामला वर्चुअल कोल्ड स्टोरेज में चला गया था और मलिक को 2019 में टेरर फंडिंग के आरोप में राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा उठाए जाने के बाद फिर से संज्ञान में आया। पिछले साल जनवरी में, सीबीआई ने स्पेशल सरकारी वकील मोनिका कोहली और एस के भट की मदद से मलिक समेत 10 लोगों के खिलाफ रूबैया अपहरण मामले में आरोप तय किए थे। जिसके बाद इस मामले में नया मोड़ आया।

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