Xi Jinping Us Visit: चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग अमेरिका पहुंचे, बाइडेन से करेंगे मुलाकात, इन मुद्दों पर होगी चर्चा

Xi Jinping Us Visit: चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग अमेरिका पहुंचे, बाइडेन से करेंगे मुलाकात, इन मुद्दों पर होगी चर्चा
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Xi Jinping Us Visit: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का अमेरिका दौरा शुरू हो गया है। वह यहां तीन दिनों तक दौरा करेंगे। उनकी देश के राष्ट्रपति जो बाइडेन से आमने-सामने मुलाकात होगी।

Xi Jinping Us Visit: चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपने अमेरिकी समकक्ष जो बाइडेन के साथ एक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अमेरिका पहुंचे हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इसके अलावा चीनी राष्ट्रपति 14 से 17 नवंबर तक 30वीं APEC आर्थिक नेताओं की बैठक में भी भाग लेंगे। गौरतलब है कि 6 साल में चीनी नेता की यह पहली अमेरिका यात्रा है क्योंकि दोनों देशों के बीच संबंध बहुत अच्छे नहीं रहे हैं।

APEC आर्थिक शिखर सम्मेलन में लेंगे हिस्सा

सैन फ्रांसिस्को APEC आर्थिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। सम्मेलन बुधवार से शुरू होगा। इसमें हिस्सा लेने के लिए जो बाइडेन पहले ही शहर पहुंच चुके हैं। इस बैठक में APEC के राष्ट्राध्यक्ष और प्रधानमंत्री भाग लेंगे। इसमें अमेरिका, न्यूजीलैंड, चीन, ऑस्ट्रेलिया, रूस, इंडोनेशिया, जापान, सिंगापुर, कोरिया, पेरू, फिलीपींस, थाईलैंड, ब्रुनेई, हांगकांग, वियतनाम, मलेशिया, मैक्सिको, पापुआ न्यू गिनी, कनाडा, चिली, चीनी ताइपे शामिल है। भारत की कोई सदस्यता नहीं है।

बाइडेन-जिनपिंग मुलाकात के मायने

बाइडेन के अपने चीनी समकक्ष के साथ रिश्ते पहले से ही तनावपूर्ण हैं। जी-20 बैठक में बाइडेन ने जिनपिंग से ताइवान पर चीन की स्थिति, यूक्रेन पर रूसी आक्रमण और अमेरिका-चीन व्यापार संबंधों के बारे में बात की। हालांकि, अब भी इन सभी मुद्दों के एजेंडे में रहने की उम्मीद है।

पिछले दिनों अमेरिका और चीन के बीच प्रतिद्वंद्विता थी। कई बार ऐसा हुआ है जब डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में इन दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध चरम पर पहुंच गया है। अमेरिका ने कुछ चीनी ऐप्स के इस्तेमाल पर इस आधार पर प्रतिबंध लगा दिया है कि वे आंतरिक जानकारी एकत्र कर रहे हैं। साथ ही कूटनीतिक तौर पर भी उस वक्त इन दोनों देशों के बीच बड़े पैमाने पर टकराव हुआ था। अमेरिका ने भी अपने वाणिज्य दूतावास बंद कर दिए हैं। राजदूतों को वापस बुला लिया गया। शी जिनपिंग की यात्रा को इस बात का ताजा उदाहरण के तौर पर देखा जा सकता है कि इन दोनों देशों के बीच ऐसा कोई माहौल नहीं है।

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