Israel-Hamas युद्ध के बीच OIC की मीटिंग, ईरान बोला- मुस्लिम देश इजराइल से कारोबार करें बंद

Israel-Hamas War: फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास और इजराइल की जंग के बीच आज इस्लामिक सहयोग संगठन की मीटिंग हुई। ईरान ने मुस्लिम देशों के संगठन की बैठक में सभी सदस्य देशों से इजराइल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया है। साथ ही कहा कि, जिन सदस्य देशों के इजरायल के साथ राजनयिक संबंध हैं, वह भी उनके राजनयिको को निष्काषित कर दें।
सऊदी अरब में हुई OIC की मीटिंग
मंगलवार देर रात गाजा अस्पताल में हुए विस्फोट में बड़ी संख्या में फिलिस्तीनियों के मारे जाने के बाद बढ़ते इजराइली-फिलिस्तीनी संघर्ष पर चर्चा के लिए सऊदी शहर जेद्दा में ओआईसी की एक जरूरी बैठक हुई थी। ईरानी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि विदेश मंत्री ने इस्लामिक देशों द्वारा इजरायल पर तत्काल और पूर्ण प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया है, जिसमें ज़ायोनी शासन के साथ संबंध स्थापित होने पर इजराइली राजदूतों को निष्कासित करने के अलावा तेल प्रतिबंध भी शामिल है।
ईरान के विदेश मंत्री ने उठाई मांग
अमीराब्दुल्लाहियन ने गाजा में इजराइल द्वारा किए गए संभावित युद्ध के अपराधों की जांच के लिए इस्लामी वकीलों की एक टीम के गठन का भी आग्रह किया। ईरान का इजराइल के साथ कोई राजनयिक संबंध नहीं है। वहीं, ओआईसी की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि 57 सदस्य देशों ने फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ हो रहे अपराध, आतंकी और खतरनाक हमलों का जिम्मेदार इजराइल को माना है। यह ना सिर्फ मानवीय मूल्यों के खिलाफ है, बल्कि अंतराष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन भी है।
मंगलवार को गाजा अस्पताल में विस्फोट से पहले, गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि इजराइल की 11 दिवसीय बमबारी के दौरान कम से कम 3,000 लोग मारे गए थे, जो 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजराइली समुदायों पर हमास के हमले के बाद शुरू हुआ था। जिसमें 1,300 लोग मारे गए थे। हमास के द्वारा 200 लोगों को होस्टेज के रूप में ले जाया गया है।
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