Russia-Wagner Conflict: पुतिन का राष्ट्र के नाम संबोधन, बताया सैन्य विद्रोह के पीछे किसका हाथ

Russia-Wagner Conflict: पुतिन का राष्ट्र के नाम संबोधन, बताया सैन्य विद्रोह के पीछे किसका हाथ
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Russia-Wagner Conflict: रूस (Russia) में तख्तापलट की नाकाम कोशिशों के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने अपने इस संबोधन में कहा कि रूस किसी भी तरह का रक्तपात नहीं चाहता था। पुतिन ने इसे पश्चिमी देशों की साजिश करार दिया है। पढ़ें राष्ट्रपति पुतिन का पूरा संबोधन...

Russia-Wagner Conflict: रूस (Russia) में तख्तापलट की नाकाम कोशिशों के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने राष्ट्र को संबोधित किया। पुतिन ने अपने इस संबोधन में कहा कि वैगनर के प्रमुख येवेगनी प्रिगोझिन (Yevgeny Prigozhin) को माफ नहीं किया जाएगा। साथ ही, कहा कि जिन लोगों ने भी रूस में तख्‍तापलट की कोशिश में वैगनर चीफ का साथ दिया है, उन्हें भी बख्शा नहीं जाएगा। पुतिन ने इस विद्रोह को देशद्रोह करार दिया। वहीं, उन्होंने अमेरिका (America) सहित पश्चिमी देशों पर भी जमकर हमला बोला है।

पुतिन ने पश्चिमी देशों पर निशाना साधा

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस के आंतरिक गृह युद्ध में पश्चिमी देशों का भी हाथ है। पुतिन का रवैया संबोधन के दौरान काफी आक्रामक था। पुतिन ने कहा कि विद्रोह करने वाले सैनिक जानते थे कि वह बड़ा अपराध कर रहे हैं। हालांकि, वे इसमें सफल नहीं हो पाए। पश्चिमी देश भी रूस में दरार डालने की कोशिश कर रहे हैं ताकि, विद्रोह के कारण देश कमजोर हो जाए। साथ ही, उन्होंने कहा कि विद्रोह (Rebels) के दौरान रक्तपात से बचने के आदेश जारी किए गए थे। पश्चिमी देश तो चाहते थे कि रूस के लोग आपस में ही लड़ मरें।

पुतिन ने रक्षा मंत्री से की थी मुलाकात

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने सोमवार रात रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु सहित रूसी सुरक्षा सेवाओं के प्रमुखों से मुलाकात की। बता दें कि प्रिगोझिन की प्रमुख मांगों में से एक यह थी कि शोइगु को रूस के शीर्ष जनरल के साथ बर्खास्त किया जाए। रूस के रक्षा मंत्री बीते सोमवार को ही सार्वजिनक रूप से सामने आए हैं।

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प्रिगोझिन ने ऑडियों संदेश जारी कर क्या कहा

येवेगिन प्रिगोझिन (Yevgeny Prigozhin) ने ऑडियो संदेश में कहा कि हम विरोध प्रदर्शन के तौर पर गए थे, लेकिन देश की सरकार को उखाड़ फेंकने का कोई इरादा नहीं था। साथ ही, उन्होंने अपने ठिकाने को उजागर नहीं किया है। इस संदेश में पूरी तरह से यह जानकारी भी नहीं दी गई कि उन्होंने विद्रोह को क्यों रोक दिया। बता दें कि शनिवार को प्रिगोझिन ने कहा था कि वह बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको की मध्यस्थता में हुए समझौते के तहत बेलारूस जा रहे हैं। सोमवार की टिप्पणी में उन्होंने कहा कि लुकाशेंको ने वैगनर को कानूनी ढांचे के तहत काम करने देने की पेशकश की थी।

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