Britain: किंग चार्ल्स के सिर सजा ताज, भव्य कार्यक्रम का आयोजन

Britain: किंग चार्ल्स के सिर सजा ताज, भव्य कार्यक्रम का आयोजन
X
महारानी एलिजाबेथ (Queen Elizabeth) द्वितीय की मृत्यु के बाद ही किंग्स चार्ल्स (King Charles) को सम्राट का दर्जा मिल गया था, लेकिन शनिवार को औपचारिक रूप से उनकी ताजपोशी भी कर दी गई।

ब्रिटेन (Britain) 70 साल बाद एक बार फिर राज्याभिषेक का गवाह बनने जा रहा है। हालांकि, महारानी एलिजाबेथ (Queen Elizabeth) द्वितीय की मृत्यु के बाद ही किंग्स चार्ल्स (King Charles) को सम्राट का दर्जा मिल गया था, लेकिन शनिवार को औपचारिक रूप से ताजपोशी की परंपरा भी संपन्न हुई। करीबी सौ देशों के राष्ट्राध्यक्ष और राजपरिवार इस दौरान एक हजार साल पुरानी परंपरा के गवाह बनेंगे। इसमें भारत की तरफ से उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) शामिल हुए हैं।

जगदीप धनखड़ शुक्रवार को यहां पर पहुंचे

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने शनिवार को वेस्टमिंस्टर एब्बे में ब्रिटेन के सम्राट के राज्याभिषेक समारोह में भाग लेने के लिए शुक्रवार को ब्रिटेन पहुंचे। इसी के साथ ही उन्होंने एक कार्यक्रम में किंग चार्ल्स के साथ बातचीत भी की। उपराष्ट्रपति धनखड़ अपनी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ के साथ, दुनिया भर के अनुमानित 100 राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों में शामिल होंगे, जिन्हें ब्रिटेन के नए सम्राट की ऐतिहासिक ताजपोशी के लिए आमंत्रित किया गया है।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने ताजपोशी पर क्या कहा

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सनक (Rishi Sunak) ने प्रिंस चार्ल्स की ताजपोशी पर कहा कि कोई दूसरा देश इस तरह के जुलुस, उत्सव और समारोह का आयोजन नहीं कर सकता है। यह हमारे इतिहास, संस्कृति और परंपराओं की गौरवपूर्ण अभिव्यक्ति है। हमारे देश के आधुनिक चरित्र का एक ज्वलंत प्रदर्शन है और एक पोषित अनुष्ठान जिसके माध्यम से एक नए युग का जन्म होता है। शनिवार का आयोजन 1953 में क्वीन एलिजाबेथ के लिए आयोजित किए गए कार्यक्रम की तुलना में छोटे पैमाने पर होगा, लेकिन फिर भी यह शानदार तरीके से होने की उम्मीद है।

Also Read: ब्रिटेन के डिप्टी पीएम Dominic Raab ने दिया इस्तीफा, जानिए वजह...

इस ताजपोशी का विरोध भी हो रहा

प्रिंस चार्ल्स (King Charles) की ताजपोशी पर 100 मिलियन पाउंड यानि कि 1029 करोड़ रूपये खर्च आने की उम्मीद है। ताजपोशी का पूरे ब्रिटेन (Britain) में जश्न का माहौल है, पर कुछ लोग इसके लिए जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि इसका सारा खर्च राजपरिवार नहीं कर रहा है, बल्कि टैक्स देने वाली जनता के रुपयों से किया जा रहा है। ऐसे में परंपरा के नाम पर इस शाही आयोजन में हो रहे खर्च का लोग विरोध भी कर रहे हैं। कुछ लोग ताजपोशी के विरोध में नॉट माई किंग अभियान चला रहे हैं।

Tags

Next Story