Video: पीएम इमरान खान का भाषण मंत्री को नहीं आया पसंद!, बगल में बैठे फवाद चौधरी ने की ये हरकत

Video: पीएम इमरान खान का भाषण मंत्री को नहीं आया पसंद!, बगल में बैठे फवाद चौधरी ने की ये हरकत
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इमरान खान सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी (Information and Broadcasting Minister Fawad Chaudhary) ने ऐसी हरकत की जिस कारण उनके देश की बड़ी फजीहत हो रही है।

पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pm Imran Khan) शुक्रावार को ताजिकिस्तान (Tajikistan) की राजधानी दुशांबे में 20वें शंघाई सहयोग संगठन (SCO) परिषद के प्रमुखों के शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। लेकिन इस दौरान इमरान खान सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी (Information and Broadcasting Minister Fawad Chaudhary) ने ऐसी हरकत की जिस कारण उनके देश की बड़ी फजीहत हो रही है। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रहा है।

बता दें कि शंघाई सहयोग संगठन परिषद के प्रमुखों के शिखर सम्मेलन में जब पीएम इमरान खान बोल रहे थे तब उनकी बगल में बैठे मंत्री फवाद चौधरी जमकर उबासी ले रहे थे। फवाद चौधरी (Fawad Chaudhary) का इंटरनेशल समिट के दौरान यूं उबासी लेना पाकिस्तान (Pakistan) की जमकर फजीहत करवा रहा है। यहां तक की पाकिस्तान के लोग भी सोशल मीडिया पर उन्हें और अपने प्रधानमंत्री इमरान खान को जमकर ट्रोल कर रहे हैं।

एक पाकिस्तान के ट्विटर यूजर्स ने अपने ट्विटर अकाउंट से पाक पीएम इमरान खान और मत्री फवाद चौधरी का उबासी लेते हुए फोटो शेयर किया है। साथ ही कैप्शन में लिखा कि कहा बड़े लोगों में लाके बैठा दिया जनाब आपने हमें?

एससीओ मीटिंग में क्या बोले पीएम इमरान

पाक पीएम इमरान खान (Pak Pm Imran Khan) ने एससीओ समिट में बोलते हुए कहा कि अफगानिस्तान में एक नई हकीकत स्थापित हुई है। अब यह सुनिश्चित करना अंतरराष्ट्रीय समुदाय (International community) के सामूहिक हित में है कि कोई नया संघर्ष नहीं हो और वह आतंकवादियों के लिए फिर कभी सुरक्षित पनाहगाह न बने।

दुनिया के लिए यह राहत की बात होनी चाहिए कि तालिबान (Taliban) के द्वारा अफगानिस्तान (Afghanistan) पर कब्जा करने के बाद और वहां से विदेशी सैनिकों की वापसी रक्तपात एवं गृहयुद्ध के बगैर, शरणार्थियों के बड़े पैमाने पर पलायन के बगैर हुई है। एक शांतिपूर्ण एवं स्थिर अफगानिस्तान से पाकिस्तान (Pakistan) का हित जुड़ा हुआ है।

तालिबान के द्वारा अफगानिस्तान की बागडोर अपने हाथों में लेने और विदेशी सैनिकों (Amerika Sena) की वापसी ने हर किसी को हैरान कर दिया है। अफगानिस्तान में कोई नया संघर्ष नहीं हो और सुरक्षा स्थिति स्थिर हो, यह सुनिश्चित करना अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामूहिक हित में है। इसके साथ ही समान रूप से फौरी प्राथमिकता मानवीय संकट और आर्थिक मंदी (Humanitarian Crisis And Economic Recession) को रोकना है।

देखें वीडियो (Video)

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