Earthquake: नेपाल में दो बार भूकंप से हिली धरती, जानिए कितनी रही तीव्रता

Earthquake: नेपाल में दो बार भूकंप से हिली धरती, जानिए कितनी रही तीव्रता
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नेपाल में गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात भूकंप के दो झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के अनुसार, भूकंप (Earthquake) की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.8 और 5.9 मापी गई है।

भूकंप (Earthquake) के आने का सिलसिला जारी है। इस बार भूकंप के झटकों से नेपाल (Nepal) की धरती हिली है। नेपाल में गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात भूकंप के दो झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के अनुसार, भूकंप (Earthquake) की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.8 और 5.9 मापी गई है। इस भूंकप (Earthquake) का केंद्र बाजुरा के दाहाकोट में बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पहला भूकंप रात 11 बजकर 58 मिनट पर आया, जबकि दूसरा भूकंप (Earthquake) करीब डेढ़ बजे महसूस किया गया है। नेपाल (Nepal) में दो बार भूंकप (Earthquake) से धरती हिलने के बाद लोगों में दहशत का माहौल है। हालांकि, इतनी तीव्रता के आए भूकंप में किसी भी तरह के जानमाल की हानि की सूचना नहीं है।

इससे पहले भी नेपाल में महसूस हुए भूंकप के झटके

इससे पहले भी अप्रैल में ही नेपाल (Nepal) के दोलखा जिले के सूरी में 5.2 तीव्रता का भूकंप (Earthquake) महसूस किया गया था। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, इसका केंद्र काठमांडू में दर्ज किया गया था। हालांकि, इस भूकंप (Earthquake) में भी किसी भी तरह की जानमाल की हानि की जानकारी नहीं मिली थी।

इससे पहले बीते दिसंबर में नेपाल में भूकंप (Earthquake) के एक नहीं दो बार झटके महसूस किए गए। नेपाल (Nepal) में आए भूकंप के झटके उत्तराखंड तक महसूस हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रात एक से दो बजे के बीच एक के बाद एक दो बार भूकंप आया था। भूकंप (Earthquake) का केंद्र नेपाल का बागलुंग शहर था। जहां भूकंप (Earthquake) की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.7 और 5.3 रही। इसके बाद 2 बजकर 19 मिनट पर उत्तराखंड में धरती कांप उठी।

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इससे पहले साल 2015 में नेपाल भयंकर भूकंप (Earthquake) की विभिषिका को झेल चुका है। उस साल भूकंप 7.8 तीव्रता के भूकंप ने लोगों के सिर से आसरा छिन लिया था। वहीं, दूसरी तरफ इसमें तकरीबन 9,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और 22,000 से अधिक लोग घायल हो गए थे।

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