US Military Chopper Crash: सैन्य अभ्यास के दौरान अमेरिका का हेलिकॉप्टर ऑस्ट्रेलिया में क्रैश, 4 को रेस्क्यू किया, 16 लापता

US Military Chopper Crash: सैन्य अभ्यास के दौरान अमेरिका का हेलिकॉप्टर ऑस्ट्रेलिया में क्रैश, 4 को रेस्क्यू  किया, 16 लापता
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US Military Chopper Crash: ऑस्ट्रेलिया में सैन्य अभ्यास में शामिल अमेरिका का एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गया है। इसमें 20 नौसेनिक सवार थे। हालांकि, अभी तक 4 को बचाया जा चुका है, इसमें से एक की हालत गंभीर है। बाकियों की तलाश जारी है। पढ़ियेे हादसे की वजह...

US Military Chopper Crash: ऑस्ट्रेलिया में युद्धाभ्यास के दौरान अमेरिकी मिलिट्री का वी-22 ऑस्प्रे हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह घटना डार्विन के उत्तर में तिवी द्वीप समूह के पास घटी। इसमें 20 सैनिक सवार थे। इन सभी को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चार सैनिकों को अब तक बचाया जा चुका है, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। बाकि 16 नौसैनिकों की तलाश जारी है। ऑस्ट्रेलिया के रक्षा विभाग ने इस मामले की पुष्टि की है। अधिक अपडेट्स की प्रतीक्षा है।

डार्विन आइलैंड पर हुआ हादसा

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह हादसा सुबह 9 बजकर 43 मिनट पर डार्विन आईलैंड के तट पर हुआ। ऑस्ट्रेलियाई रक्षा के अधिकारियों की तरफ से बताया गया कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, फिलीपींस, तिमोर-लेस्ते और इंडोनेशिया के 2,500 से अधिक सैनिक तिवी द्वीप समूह पर अभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं। यह सैन्य अभ्यास अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के बीच इस साल का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास है। इसमें अमेरिका के 150 सैनिक भाग ले रहे हैं।

ऑस्ट्रेलिया के सैनिक नहीं थे शामिल

साथ ही रिपोर्ट में कहा गया कि प्रारंभिक जानकारी से पता चलता है कि इस हादसे में अमेरिका के रक्षा कर्मी शामिल थे और ऑस्ट्रेलियाई रक्षा बल के सदस्य शामिल नहीं थे। हालांकि, सभी को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी के साथ चलाया जा रहा है। अभी तक 4 नौसेनिकों को बचाया जा चुका है। इनमें से एक की हालत बेहद गंभीर है। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पिछले महीने चार ऑस्ट्रेलियाई सैनिक मारे गए थे, जब उनका हेलीकॉप्टर क्वींसलैंड के तट के पास समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान एक संयुक्त सैन्य अभ्यास है, जिसमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान, फ्रांस और जर्मनी सहित कुल 13 देशों और 30,000 से अधिक कर्मी शामिल थे। अधिकारियों ने उन्हें तलाशने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया था।

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