Cough Syrup Case: नोएडा की दवा कंपनी मैरियन बायोटेक के तीन अधिकारी गिरफ्तार, जानें क्या है आरोप...

उज्बेकिस्तान में कफ सिरप से 18 बच्चों की मौत के मामले में नोएडा स्थित दवा कंपनी के 3 अधिकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस मामले पर सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन के एक ड्रग अधिकारी ने शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत के अनुसार ही मैरियन बायोटेक के पांच अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें इसके निदेशक भी शामिल हैं।
क्या है मामला
22 दिसंबर 2020 को खांसी की सिरप पीने से उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत हो गई थी। यह सिरप भारत के नोएडा के सेक्टर-67 में मैरियन बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड में निर्मित की गई थी। उज्बेकिस्तान सरकार ने इसकी जानकारी भारत सरकार को दी। इसके बाद भारत सरकार की तरफ से इस मामले को पूरी गंभीरता के साथ लिया गया और मैरियन बायोटेक कंपनी पर छापेमारी की गई। कंपनी से दवाओं के सैंपल लेकर एफएसडीए की टीम के पास भेज दिया गया था।
वहीं, यूपी सरकार ने भी मेरठ से औषधि विभाग की जांच टीम सहयोग के लिए भेजी थी, जिन्होंने सिरप के सैंपल भी लिए थे और इसी के साथ वह जांच में खरे नहीं उतर पाए थे। दवा कंपनी मैरियन बायोटेक द्वारा निर्मित सिरप, डॉक-1 मैक्स, लगभग 18 बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार था। सरकार ने इस कंपनी के खिलाफ एक्शन करते हुए जनवरी के महीनें में कंपनी का लाइसेंस रद्द कर दिया था।
इसके बाद 2022 में गांबिया में कफ सिरप पीने से बच्चों की मौत हुई थी। गांबिया ने भारत की कफ सिरप पर सवाल खड़े किए थे। उसने कहा था कि भारतीय कफ सिरप पीने से 66 बच्चों की मौत हो गई थी। इसके बाद सरकार ने इसके लिए जांच कमेटी गठित की थी। लेकिन, इन सिरप में कुछ भी ऐसा नहीं पाया गया था, जिससे बच्चों को नुकसान पहुंच सके। इसके बाद इस मामले का खुलासा हुआ कि बच्चों की मौत किडनी में इंफेक्शन की वजह से हुई है, भारतीय सिरप इसमें जिम्मेदार नहीं है।
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