Coronavirus : उज्बेकिस्तान में फंसे पूर्व मंत्री, भारत सरकार से लगाई गुहार

राजस्थान की पूर्व सरकार में मंत्री रहे मदन मोहन सिंघल उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में फंस गए है। मदन मोहन सिंघल 18 सदस्यों की टीम के साथ 12 मार्च को उज्बेकिस्तान के लिए रवाना हुए थे, यह दल एक कल्चरल स्टडी के लिए उज्बेकिस्तान गए थे। अब भारत में बढ़ते कोरोना वायरस के कारण सरकार ने फ्लाइट नियमों में बदलाव किया है, इसके कारण मंत्री वहीं फंस गए हैं।
मदन मोहन सिंघल का वापसी का टिकट 20 मार्च का था, लेकिन टिकट होने के बाद भी उन्हें उज्बेकिस्तान स्थित इंडियन एम्बेसी द्वारा भारत नहीं भेजा गया। राजस्थान के पूर्व मंत्री मदन मोहन सिंघल ने भारत सरकार से वतन वापसी को लेकर गुहार लगाई है।
कोरोना वायरस के कारण फंसे मंत्री
भरतपुर निवासी मदन मोहन सिंघल राजस्थान की पूर्व सरकार में मंत्री रह चुके हैं, कोरोना के चक्कर में देशभर में अलर्ट जारी है और लोगों गैरजरूरी घरों से बाहर नहीं निकलने के लिए कहा जा रहा है। भारत सरकार पहले भी कई देशों से अपने नागरिकों को सुरक्षित भारत वापस लेकर आई है। विदेश से आए इन भारतीयों को 14 दिनों तक अलग रखा जाएगा, और इस बात की पुष्टि करके ही छोड़ा जाएगा कि इन्हे कोरोना वायरस है या नहीं।
कोरोना वायरस के कारण कई विदेशी जगहों से आवाजाही बंद की हुई है, वहीं कई देशों को तो ब्लैक लिस्ट में शामिल किया गया है, इन देशों से न तो लोग भारत आ सकते हैं और न ही भारत से वहां जा सकते हैं। भारतीय सरकार ने कोरोना वायरस को रोकने के लिए आज एक और बढ़ा कदम उठाया है। सरकार ने 22 मार्च से विदेशी फ्लाइट की लैंडिंग पर भी रोक लगा दी है।
कोरोना वायरस भारत के 18 राज्यों में पहुंच चुका है जबकि इसके कारण भारत में अभी तक चार मौते हो चुकी है। भारत सरकार ने निजी कंपनी के कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम के लिए कहा है। भारत में कोरोना वायरस के 167 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं, हालांकि इसमें 15 ठीक हो चुके लोग भी शामिल है।
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