जब 9 महीने की बच्ची को विधानसभा लेकर पहुंचे विधायक, रो-रोकर परिजनों ने की थी अपील, जानें पूरा मामला

जब 9 महीने की बच्ची को विधानसभा लेकर पहुंचे विधायक, रो-रोकर परिजनों ने की थी अपील, जानें पूरा मामला
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राजस्थान के पुष्कर से विधायक हरीश सिंह रावत बीते शुक्रवार को विधानसभा में एक 9 महीने की बच्ची को लेकर पहुंचे थे। अजमेर में फाइनेंस कंपनी ने घर में सील लगा दी थी जबकि बच्ची घर के अंदर ही मौजूद थी। परिजनों के आग्रह करने के बाद भी अधिकारियों ने बच्ची को बाहर निकालने नहीं दिया।

राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को पुष्कर के विधायक सुरेश रावत 9 माह की बच्ची के साथ विधानसभा पहुंचे थे। 9 महीने की बच्ची को गोद में लिए विधायक ने विधानसभा में मामला उठाते हुए उस घटना की जानकारी दी। जिसमें उन्होंने बताया कि फाइनेंस कंपनी के अधिकारियों ने उस समय घर में सील लगा दी, जब बच्ची घर के कमरे में सो रही थी।

परिजनों ने भी आरोप लगाया कि जब अधिकारी घर को सील कर रहे थे उस दौरान भी अधिकारियों को सूचित किया गया और गुहार लगाई गई थी कि बच्ची घर के अंदर है तो उसे निकाल लेने दो लेकिन अधिकारियों ने उनकी एक न सुनी। पुलिस ने भी परिजनों की शिकायत पर उचित कार्यवाही नहीं की जिसके बाद उन्हें अजमेर कलेक्टर के पास शिकायत दी। इसके बाद सील खुलवाकर बच्ची को बाहर निकाला जा सका।

विधायक रावत ने पुलिस जांच पर उठाए सवाल

इस परिवार पर साढ़े 9 लाख का कर्ज है जिसमे कुछ राशि उन्हें अभी और चुकानी है। बकाया राशि न चुकाने के कारण फाइनेंस कंपनी के अधिकारी घर को सील लगाने पहुंचे थे। पुलिस ने बताया कि बच्ची करीब 3 से 4 घंटे तक घर में बंद रही जबकि विधायक सुरेश रावत ने कहा कि बच्ची 8 घंटे घर के अंदर बंद रही थी।

स्पीकर बोले दोषियों पर हो सख्त कार्यवाही

राजस्थान विधानसभा में मौजूद भाजपा विधायक राजेंद्र राठौड़ बोले कि कोई भी मां इतनी छोटी बच्ची से घंटे भर के लिए अलग नहीं रह सकती तो 8 घंटे बहुत ज्यादा होते हैं। वहीं स्पीकर ने कहा कि पुलिस की मौजूदगी में इतनी बड़ी लापरवाही हुई और मामला कलेक्टर के पास जाने के बाद बच्ची बाहर आ सकी। यह गंभीर मामला है और इस पर दोषी अधिकारियों और अफसरों पर सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।

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