भरतपुर के महाराज मंत्री विश्वेंद्र सिंह कांग्रेस से कर सकते हैं बगावत, बाप-बेटे ने दिए संकेत

मध्यप्रदेश में मची राजनीतिक उथल पुथल के बीच राजस्थान से भी कांग्रेस को संकेत ठीक नहीं मिल रहे हैं। पर्यटन मंत्री और भरतपुर राजघराने के महाराज विश्वेंद्र सिंह भी कांग्रेस से बगावत कर सकते हैं। उनके बेटे युवराज अनिरूद्ध सिंह और खुद पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने इस बात के संकेत दिए हैं।
मध्यप्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने तीन ट्विट किए। जिसमें पहला ट्विट, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के ट्विट को रिट्विट करते हुए शेर बनाया। सचिन पायलट ने ट्विट किया कि उम्मीद है मध्यप्रदेश का संकट जल्द खत्म होगा। मामले को सुलझाने में जो लगे हैं वो इसमें सक्षम हैं। मध्यप्रदेश को स्थिर सरकार मिलेगी।
भरतपुर के महाराज विश्वेंद्र सिंह ने दूसरा ट्विट ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफा देने के बाद किया कि एक मनोरंजक होली। जिसके बाद तीसरा ट्विट करते हुए लिखा कि ठीक है फिर। इसके बाद बुधवार को महाराजा विश्वेंद्र सिंह ने लिखा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस से इस्तीफा देना पार्टी के लिए नुकसान दायक है। जबकि दूसरी पार्टी के लिए यह अच्छा है। उनके पिता को मैं अच्छे से जानता था जिन्होंने मुझे पहली बार कांग्रेस से टिकट दिलाया। मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया के नए प्रयास के लिए शुभकामनाएं देता हूं। सिंधिया परिवार की तरह ज्योतिरादित्य देश के हित में कार्य करते रहेंगे।
बेटे अनिरूद्ध ने भी दिए संकेत
कुम्हेर से विधायक विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरूद्ध सिंह ने भी कांग्रेस से बगावत के संकेत दिए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफा देते ही अनिरूद्ध सिंह ने कई ट्विट और रिट्विट किए। इसमें सबसे पहला रिट्विट कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया की फोटो का किया। जिसमें लिखा था कि कमल के नीचे से कंधा हटा, एमपी सरकार हिल गई। इसके बाद ज्योतिरादित्य के इस्तीफे को रिट्विट करते हुए लिखा कि महाराज ने बोला।
युवराज अनिरूद्ध यहीं नहीं रूके। इसके बाद ट्विट करते हुए लिखा कि मुझे कहना होगा कि एचएच ग्वालियर ने हमारी होली को वास्तव में बहुत दिलचस्प बना दिया है! मैं दिन भर टीवी से चिपका रहा। इसके अलावा दो ट्विट को भी पसंद किया। जिससे बगावत का खतरा बढ़ गया है। सबसे पहला ट्विट दीपक कुमार का किया। जिसमें लिखा था आदरणीय महाराजा साहब के फैसले का इंतजार है अब तो बस लोहागढ के किले से भी अच्छी खबर आये। इसके बाद दीपेंद्र सिंह के ट्विट को लाइक किया जिसमें लिखा था कि महाराज अब आपकी बारी है, आगे आइये और नेतृत्व करिए।
भाजपा में रह चुके हैं विश्वेंद्र सिंह
कांग्रेस में शामिल होने से पहले भरतपुर महाराज विश्वेंद्र सिंह लंबे समय तक भाजपा में रहे। भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर उनकी पत्नी दिव्या सिंह सांसद भी रही हैं। लेकिन वसुंधरा राजे से अनबन के चलते कांग्रेस में शामिल हो गए थे। महाराजा विश्वेंद्र सिंह को सचिन पायलट का करीबी माना जाता है। महाराजा विश्वेंद्र सिंह ने अपने ट्विटर खाते पर सचिन पायलट और अपनी फोटो लगा रखी है। जनवरी में हुई मुलाकात के दौरान की यह फोटो है।
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