Commonwealth Games 2022: एल्डोस पॉल और अब्दुल्ला ने त्रिकूद में रचा इतिहास, एक साथ भारत की झोली में डाले गोल्ड-सिल्वर

Commonwealth Games 2022: एल्डोस पॉल और अब्दुल्ला ने त्रिकूद में रचा इतिहास, एक साथ भारत की झोली में डाले गोल्ड-सिल्वर
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भारत ने इतिहास रच दिया है। भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में पहली बार इस स्पर्धा में गोल्ड मिला है। यहां भारत को एक नहीं बल्कि दो पदक मिले हैं। सिल्वर मेडल भी भारत की झोली में आया है। भारत के एक और एथलीट प्रवीण ब्रॉन्ज मेडल से चूक गए।

बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के ट्रिपल जंप इवेंट (history in the triple jump event) में भारत ने इतिहास रच दिया है। भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में पहली बार इस स्पर्धा में गोल्ड मिला है। यहां भारत को एक नहीं बल्कि दो पदक मिले हैं। सिल्वर मेडल भी भारत की झोली में आया है। भारत के एक और एथलीट प्रवीण ब्रॉन्ज मेडल से चूक गए। वो चौथे नंबर पर (number four) रहे।

एल्डोस पॉल के मुकाबले पर एक नजर

आपको बता दें कि पॉल ने 17.03 मीटर की जंप लगाकर पहला स्थान (Paul secured) हासिल किया। वहीं भारत के दूसरे एथलीट अब्दुल्लाह अबूबाकर महज .01 के अंतर से दूसरे नंबर पर रह (two by a margin of just)गए। अब्दुल्लाह ने 17.02 मीटर की जंप लगाई। उन्होंने चौथे प्रयास तक 16.70 मीटर की ही जंप लगाई लेकिन पांचवें प्रयास में ये खिलाड़ी 17.02 मीटर दूर कूदकर दूसरे नंबर पर जा पहुंचा।

इस तरह अब्दुल्लाह ने सिल्वर मेडल अपने नाम (player jumped 17.02 meters to reach the second number) किया। पॉल की बात करें तो उन्होंने अपने पहले प्रयास में सिर्फ 14.62 मीटर की जंप लगाई। इसके बाद अगले प्रयास में वह 16.30 मीटर तक पहुंच (reached 16.30 meters in the next attempt) गए। पॉल ने इसके बाद 17.03 मीटर की जंप लगाकर सबको हैरान कर दिया। इसके साथ आज यानी रविवार 7 अगस्त तक भारत ने 9 दिन के खेल में 47 पदक जीत लिए हैं, जिनमें 16 स्वर्ण, 12 रजत और 19 कांस्य पदक शामिल (bronze medals) हैं।

ट्रिपल जंप में भारत को पहली बार गोल्ड मिला

मालूम हो कि कॉमनवेल्थ गेम्स में मेंस ट्रिपल जंप में भारत को पहली बार गोल्ड मिला है। वहीं महज दूसरी बार भारत ने सिल्वर मेडल जीता है। सबसे पहले 1970 में मोहिंदर सिंह गिल ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इसके बाद 1974 में मोहिंदर सिंह गिल को सिल्वर मेडल मिला। 2010 में रंजीत महेश्वरी और 2014 में अरपिंदर सिंह ने ब्रॉन्ज जीता। अब पॉल ने गोल्ड और अब्दुल्लाह ने सिल्वर जीतकर (Ranjit Maheshwari) इतिहास रचा(winning silver) है।

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