mohammed Shami का खुलासा, फ्रैक्चर घुटने के साथ खेला था वर्ल्ड कप

mohammed Shami का खुलासा, फ्रैक्चर घुटने के साथ खेला था वर्ल्ड कप
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Mohammed Shami: मुहम्मद शमी ने बताया कि उन्हें चलने में भी परेशानी होती थी। उन्हें दर्द निवारक इंजेक्शन लगाया जाता था, अन्य ट्रीटमेंट किए जाते थे। इस दौरान महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें हमेशा भरोसा दिलाते रहे कि तुम खेल सकते हो। मोहम्मद शमी ने वर्ल्ड के सफर और सेमीफाइनल तक की कहानी बताई और कई खुलासे किए।

भारतीय क्रिकेट टीम के शानदार गेंदबाजों में शुमार मोहम्मद शमी ने इरफान पठान (Mohammed Shami And Irfan Pathan Live) के साथ लाइव इंस्टाग्राम चैट (Instagram Live Chat) में खुलासा करते हुए बताया कि वर्ल्ड कप 2015 (Cricket World Cup 2015) में उन्हें कहा गया कि उनका करियर खत्म हो सकता है, और उन्हें अब नहीं खेलना चाहिए। लेकिन देखो मै आज भी क्रिकेट खेल रहा हूं। दरअसल मोहम्मद शमी उस सेमीफाइनल मैच की बात कर रहे थे, जो 2015 वर्ल्डकप में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध खेला गया।

भारत ये मैच हार गया था, और इस मैच में शमी ने 10 ओवरों में 68 रन दिए, जबकि वह एक विकेट भी हासिल नहीं कर सके। इससे पहले मोहम्मद शमी ने वर्ल्ड के सफर और सेमीफाइनल तक की कहानी बताई और कई खुलासे किए।

टूटे फ्रैक्चर के साथ खेले मैच!

मुहम्मद शमी ने कहा कि उनको पहले मैच से ही घुटने में चोट लग गई थी, उन्हें लगा कि वो अब नहीं खेल पाएंगे। लेकिन फिजियो नितिन पटेल की मदद से वो बाकी के मैच खेल पाए। मुहम्मद शमी ने महेंद्र सिंह धोनी और स्टाफ की तारीफ करते हुए बताया कि इनके द्वारा दिए आत्मविश्वास और भरोसे के बिना यह संभव ही नहीं था कि मै खेल पाता। मुहम्मद शमी ने बताया कि उन्हें चलने में भी परेशानी होती थी। उन्हें दर्द निवारक इंजेक्शन लगाया जाता था, अन्य ट्रीटमेंट किए जाते थे। इस दौरान महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें हमेशा भरोसा दिलाते रहे कि तुम खेल सकते हो।

मैच से पहले कर दिया था मना

मुहम्मद शमी ने बताया कि उन्होंने वर्ल्ड कप सेमीफाइनल मैच से पहले खेलने से इंकार कर दिया था, क्योंकि उन्हें नहीं लग रहा था कि वो इस हालत में खेल सकेंगे। उन्होंने बताया कि धोनी थे, जिन्होंने उन पर भरोसा रखा और कहा कि इस समय हम नए गेंदबाज पर अधिक भरोसा नहीं कर सकते। उन्होंने मुझे खेलने के लिए प्रेरित किया और 10 ओवरों में 60 रन से अधिक नहीं देने का लक्ष्य दिया। इस मैच में मुहम्मद शमी ने 68 रन दिए, जबकि एक विकेट भी हासिल नहीं कर सके।

मुहम्मद शमी ने कहा कि वो इस तरह की सिचुएशन में कभी नहीं खेले थे। इस सेमीफाइनल मैच के बाद उनसे कहा जाने लगा कि तुम अधिक क्रिकेट नहीं खेल पाओगे, तुम्हारा करियर समाप्त। लेकिन देखो मै आज भी खेल रहा हूं।

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