Birthday Special: मिताली राज की जिंदगी से जुड़े अनसुने किस्से, क्यों इस महिला क्रिकेटर ने आज तक नहीं की शादी?

खेल। भारत में क्रिकेट को धर्म माना जाता है, पूजा जाता है। दुनिया का कोई भी खेल हो उसमें सिर्फ पुरुष का वर्चस्व था, क्रिकेट भी इससे अछूता नहीं था। लेकिन समय के साथ ये विचारधारा बदल गई और धीरे-धीरे खेलों से महिलाएं भी जुड़ने लगी। वहीं खेल से ही जुड़ी कुछ महिलाओं ने इस रूढ़ीवादी सोच को बदलने का काम किया। जिन्होंने पूरी दुनिया को बताया कि खेल में भी अब महिलाएं पीछे नहीं हैं। इसके बाद महिलाओं ने खेलों में भी अपना लोहा मनवाया। भारतीय क्रिकेट में किसी महिला का उदहारण दिया जाए तो वो नाम क्रिकेटर मिताली राज (Mithali Raj) का होगा।
क्रिकेट की उस 22 गज पिच पर खेलने का सपना दुनिया में आए दिन कई महिलाएं देखती हैं, उन्हीं के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा हैं मिताली राज। जिन्होंने हमेशा के लिए उन लोगों की सोच बदली है जो मानते थे कि क्रिकेट महिलाओं का खेल नहीं हैं। मिताली ने हाथ में बल्ला थाम कर ऐसा इतिहास रचा कि देश ही नहीं बल्कि दुनिया की कई महिलाओं के लिए वह एक मिसाल बन गईं।
- वही मिताली राज आज यानी की 3 दिसंबर को अपना 39वां जन्मदिन मना रहीं हैं। इस खास मौके पर उनसे जुड़े कुछ अनसुने किस्से-
पहला प्यार क्रिकेट नहीं था
जी हां ये सच है कि मिताली राज क्रिकेटर नहीं बनना चाहती थीं। क्रिकेट उनका पहला प्यार नहीं था। वह भरतनाट्यम की ट्रेनिंग ले चुकी हैं। उनके पिता ही थे जिनका मानना था कि मिताली क्रिकेट में ज्यादा बेहतर कर सकती हैं। मिताली के भाई क्रिकेट खेलते थे, उस दौरान वह भी अपने भाई के साथ जाती थीं। वहां वो खेलती थी फिर क्या पिता और भाई के कोच लगा कि वह देश के लिए खेल सकती हैं। इसी कारण उन्होंने पिता के कहने पर अपने प्यार को कुर्बान कर दिया।
मां ने दी कुर्बानी
मिताली के सपनों को पूरा करने में उनके माता-पिता का काफी अहम रोल है उनकी मां ने तो उनके लिए अपनी नौकरी तक छोड़ दी ताकि उनकी बेटी की प्रैक्टिस में किसी तरह की कोई कमी ना रह जाए।
अबतक नहीं की शादी
39 साल की मिताली आज भी सिंगल हैं। लेकिन आज तक उन्होंने शादी नहीं की इसका जवाब उन्होंने एक मीडिया कार्यक्रम के दौरान दिया था। दरअसल उन्होंने कहा कि जब वह बहुत छोटी थी तो इसका ख्याल उन्हें आया था लेकिन अब मैं जब शादीशुदा लोगों को देखती हूं तो मेरा शादी करने का मन नहीं होता इसलिए मुझे सिंगल रहना ज्यादा बेहतर लगता है।
क्रिकेट करियर
मिताली को देश में महिला क्रिकेट का सचिन तेंदुलकर भी कहा जाता है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1999 में पर्दापण किया था। इस दौरान उन्होंने अपने पहले ही मैच में 114 रनों की शानदार पारी खेली थी। वहीं उन्होंने अपने करियर में 7 हजार से ज्यादा रन वनडे क्रिकेट में बनाए हैं। जबकि अंतरराष्ट्रीय मैचों में वह 10 हजार से ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी हैं।
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