Birthday Special: 12 साल की उम्र में छोड़ा घर, एक क्लिक में पढ़िए ऋषभ पंत के फर्श से अर्श तक पहुंचने का सफर

Birthday Special: 12 साल की उम्र में छोड़ा घर, एक क्लिक में पढ़िए ऋषभ पंत के फर्श से अर्श तक पहुंचने का सफर
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Happy Birthday Rishabh Pant: भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत आज अपना 25वां जन्मदिन माना रहे हैॆ। पढ़िए कैसे ऋषभ फर्श से अर्श तक पहुंचने का सफर...

खेल: टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) आज अपना 25वां जन्मदिन (25th birthday) मना रहे (happy birthday rishabh pant) हैं। जैसे ही पंत का नाम जुबान पर आता तो गाबा टेस्ट की तस्वीर अपने आप सामने आ जाती है। गाबा का वो टेस्ट मैच जहां ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई थी। इस मैच के बाद ऋषभ भारतीय टीम में अपनी अलग पहचान बनाई है। लेकिन उन्हें ये कामयाबी, प्रसिद्धी ऐसी ही नहीं मिल गई। इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत और संघर्ष किए। उनके फर्श से लेकर अर्श तक पहुंचने की कहानी मुश्किलों भरी रही। अपनी जिंदगी का 25 बरस का कारवां में एक चीज जो थी वो सिर्फ और सिर्फ क्रिकेट था। क्रिकेट के प्रति जुनून, प्यार ही था जिसने उन्हें हर मुश्किल से लड़ना सिखाया। इसलिए आइए जानते है ऋषभ की संघर्ष भरी (struggle story of Rishabh) कहानी....

12 साल की उम्र में अपना घर छोड़ना पड़ा

उत्तराखंड (Uttarakhand) के रुड़की में पैदा हुए पंत के लिए क्रिकेटर (cricketer) बनने के अपने सपने को हकीकत में बदलना बिल्कुल भी आसान नहीं था। जिस समय वह क्रिकेट सीख रहे थे, उस वक्त उत्तराखंड में इस खेल का कोई भविष्य नहीं था। ऐसे में क्रिकेट के गुण सीखने के लिए पंत को महज़ 12 साल की उम्र में अपना घर छोड़ना पड़ा। वह उत्तराखंड से दिल्ली आ गए। मिली जानकारी के अनुसार एक इंटरव्यू में ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने कहा कि वे क्रिकेटर बनने के अपने सपने को लेकर जब दिल्ली आए तो ना उनके पास रहने के लिए कोई जगह थी और ना ही खाना। रुड़की में पंत उन दिनों अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे थे। साथ ही क्रिकेट भी खेला करते थे। पंत आगे बताते हैं कि लोगों ने उन्हें सलाह दी कि अगर वह सच में क्रिकेट में कुछ करना चाहते हैं तो उन्हें दिल्ली जाना चाहिए। इस दौरान कई बार जब वह दिल्ली आए तो कभी अपनी दीदी के घर पर चले जाते तो कभी गुरुद्वारे (gurudwara) में ही सोते और लंगर का खाना खाते।

इसके बाद धीरे-धीरे वो आगे बढ़ते रहे। दिल्ली के लिए घरेलू टूर्नामेंट खेलने के बाद जब उन्हें 2017 में आईपीएल (IPL in 2017) में खेलने का मौका मिला तो उसी समय उनके पिता का निधन हो गया। उस दौरान पंत की उम्र महज 20 साल थी। आईपीएल मुकाबलों के दौरान उनके जिंदगी में इतनी बड़ी घटना घटी, जब वह पिता के अंतिम संस्कार मे गए और सिर्फ दो दिन में ही मां और बहन को छोड़ कर उन्हें वापस आना पड़ा। फिर क्या था क्रिकेट मैदान पर वापसी करते हुए उन्होंने अर्धशतक जड़ा (half-century)। उनकी इसी पारी से वह क्रिकेट के दिग्गजों की नजर में आ गए। सभी ने उनकी काफी तारीफ की।

सबसे तेज हजार रन बनाने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज

इसके बाद उनका क्रिकेट का कारंवा यूं ही चलता रहा और 2018 में उन्हें नॉटिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू (Test debut) करने का मौका मिला। उन्होंने अबतक 27 टेस्ट मुकाबले खेले हैं। पंत भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज हजार रन बनाने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज हैं। पंत ने 39 की औसत से 1549 रन बनाए हैं। 2018 में ही पंत ने वनडे क्रिकेट में भी डेब्यू किया इस दौरान उन्होंने अपना पहला वनडे मुकाबले वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेला। इसके साथ ही पंत ने 18 वनडे मुकाबलों में भी 529 रन बनाए हैं।

गौरतलब है कि क्रिकेट एक्सपर्ट ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की तुलना ऑस्ट्रेलिया के महान विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट से करते है। इसके अलावा कई एक्सपर्ट्स का यह भी माना है की पंत में ms धोनी के परछाई दिखती है। जबकि कई एक्सपर्ट्स उन्हें भारतीय टीम के कप्तान के तौर पर देखते हैं।

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