इस बार का IPL बढ़ाएगा रोमांच या 90 मिनट के खेल में उड़ेंगे खिलाड़ियों के होश?

इस बार का IPL बढ़ाएगा रोमांच या 90 मिनट के खेल में उड़ेंगे खिलाड़ियों के होश?
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इस बार के सीजन में कई नए नियम (New rules ) नजर आएंगे। बीसीसीआई ने बड़ा बदलाव करते हुए ऑन फिल्ड सॉफ्ट सिग्नल (Soft Signal) को हटाने का फैसला लिया है। साथ ही अब हर टीम को 90 मिनट के भीतर ही अपनी पारी खत्म करनी होगी।

खेल। दुनिया की सबसे रोमांचक और महंगी लीग इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) शुरू होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में हर टीम खिताब अपने नाम करने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही है। साथ ही बीसीसीआई (BCCI) भी पूरी तरह तैयार है, लेकिन इस बार के सीजन में कई नए नियम (New Rules) नजर आएंगे। बोर्ड ने बड़ा बदलाव करते हुए ऑन फिल्ड सॉफ्ट सिग्नल (Soft Signal) को हटाने का फैसला लिया है। साथ ही अब हर टीम को 90 मिनट के भीतर ही अपनी पारी खत्म करनी होगी।

जिसके कारण इस बार कोई भी गेंदबाज जाननबूझ कर मैच के दौरान देरी करना नहीं मिलेगा। साथ ही गेंदबाज बार-बार फील्डिंग में बदलाव करने की कोशिश करते नहीं करेंगे। वहीं बल्लेबाजों की लय बिगाड़ने के लिए गेंदों के बीच में खेल को धीमा करने की कोशिश नहीं होगी। यही नहीं जब कोई बल्लेबाज़ किसी गेंदबाज़ की धुलाई कर रहा होगा तो भी वह कप्तान और अन्य खिलाड़ियों से ज़्यादा देर तक सलाह नहीं ले पाएगा। हालांकि, इस नियम के बाद सभी खिलाड़ी रोबोट की तरह नजर आएंगे।

स्पिन गेंदबाजों पर भरोसा जताना होगा

बता दें कि, आईपीएल (IPL) के इन नए नियमों के मुताबिक हर टीम को 90 मिनट में 20 ओवरों की पारी को पूरा करना होगा। इसके साथ ही इसमें स्ट्रैटजिक टाइम आउट (Strategic time out) भी शामिल होगा। वहीं हर टीम को ज्यादा स्पिनरों को मैदान में उतारना होगा। साथ ही तेज़ गेंदबाज़ कहीं छोटे रनअप के साथ गेंदबाज़ी करते नज़र आएंगे। क्योंकि अगर टीम ने 90 मिनट में 20 ओवरों की गेंदबाजी पूरी नहीं की तो उस टीम पर जुर्माना भी लगेगा। वहीं जुर्माने के तौर पर उस टीम के कप्तान को 12 लाख रुपए से लेकर 30 लाख रुपए तक देने होंगे। इतना ही नहीं बल्कि, जुर्माने के साथ 1 मैच की पाबंदी भी लगाई जा सकती है। इस दौरान कप्तान को स्पिन गेंदबाजों पर भरोसा जताना होगा जिस कारण मैच में बड़े स्कोर और लंबे शाट्स देखने को मिल सकते हैं। हालांकि, इन सब के बाद मैदान पर मैच के दौरान सबकुछ रोबोट की तरह तेजी से होता दिखेगा।

चौथे अंपायर की जिम्मेदारी बढ़ी

मैच के दौरान अगर कोई टीम समय बर्बाद करती हुई नजर आती है तो इस समय चौथे अंपायर का रोल अहम हो जाएगा। वह सजा के तौर पर संशोधित ओवर-रेट नियम लागू करने और बल्लेबाजी पक्ष को चेतावनी देने की शक्तियां उन्हें दी गईं हैं। सॉफ्ट सिग्नल नियम के संबंध में, BCCI ने कहा कि ऑन-फील्ड अंपायर के संकेत का तीसरे अंपायर के निर्णय पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

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