BCCI यूएई में ही कराना चाहती है बाकी बचे IPL मैच, 29 मई को हो सकता है फैसला

खेल। कोरोना (Corona) के कारण स्थगित हुए IPL 2021 के 31 बचे हुए मैचों को कराने के लिए बीसीसीआई (BCCI) ने कमर कस ली है। दरअसल बीसीसीआई (BCCI) कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of Corona) की आशंका के कारण भारत (India) में लीग नहीं कराना चाहता है। बोर्ड के अंतरिम सीईओ हेमांग अमीन (Hemang Ameen) ने बाकी आईपीएल कराने के लिए दो शेड्यूल तैयार किए हैं। एक ब्रिटेन (britain) को ध्यान में रखकर और दूसरा यूएई (UAE)। 29 मई को बीसीसीआई की होने वाली स्पेशल एजीएम में अमीन आईपीएल का आयोजन इंग्लैंड (England) और यूएई में कराने का प्रस्ताव रखेंगे। हालांकि, उनकी पहली पसंद यूएई है। इसके लिए सितंबर-अक्टूबर के बीच की विंडो तलाशी जा रही है।
पिछले साल भी कोरोना के कारण आईपीएल का 13वां सीजन यूएई में ही कराया गया था। इसकी जिम्मेदारी भी अमीन के कंधों पर ही थी। लीग के सफल आयोजन की वजह से फ्रेंचाइजियों, बोर्ड और लीग से जुड़े दूसरे लोगों ने भी उनकी तारीफ की थी। ऐसे में इस बार भी यूएई का पलड़ा भारी है।
एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई के अंतरिम सीईओ हेमांग अमीन स्पेशल एजीएम में आईपीएल के बचे हुए मैच इंग्लैंड और यूएई में कराए जाने का प्रस्ताव रखेंगे। लेकिन बोर्ड सूत्रों के मुताबिक, अमीन यूएई में ही लीग कराने पर जोर देंगे। दरअसल इसके पीछे तीन बड़े कारण हैं। पहली यूएई को आईपीएल कराने का अनुभव, दूसरी सितंबर-अक्टूबर में वहां का मौसम क्रिकेट के अनुकूल रहता है और तीसरी इंग्लैंड के मुकाबले वहां टूर्नामेंट कराने का खर्चा कम होना है।
IPL के लिए यूएई पहली पसंद
बता दें कि आईपीएल के बाकी बचे 31 मैचों के लिए यूएई इसलिए पहली पसंद है। क्योंकि पिछले साल यहां लीग का सफल आयोजन हो चुका है। वहीं इससे पहले, 2014 में भी आईपीएल मैच वहां हो चुके हैं। ऐसे में वहां पर आने वाली चुनौतियों के बारे में जानकारी है। जबकि इंग्लैंड में अब तक कभी भी आईपीएल मैच नहीं हुए हैं। ऐसे में वहां की चुनौतियों के बारे में पता नहीं है। एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड ने भी बीसीसीआई से यूएई में लीग कराने की गुजारिश की है। वो हर तरह की मदद देने के लिए तैयार है।
यूएई का मौसम
बीसीसीआई सितंबर-अक्टूबर के विंडो में आईपीएल कराने पर विचार कर रहा है। वहीं इस समय इंग्लैंड में बारिश होने की आशंका काफी रहती है। ऐसे में कई मैच रद्द भी हो सकते हैं। इन परिस्थितियों में बीसीसीआई की परेशानी बढ़ सकती है। दूसरी ओर, यूएई में सितंबर में मौसम ठंडा रहता है और वहां बारिश की आशंका बेहद कम है। पिछले साल भी इसी दौरान यूएई में लीग हुई थी। तो कहा जा सकता है कि यूएई का मौसम अनूकूल रहेगा आईपीएल मैचों के लिए।
टूर्नामेंट पर कम खर्च
इसके साथ ही इंग्लैंड की तुलना में यूएई में आईपीएल कराना कम खर्चीला होगा। क्योंकि दोनों देशों की करेंसी रेट में काफी अंतर है। इसके अलावा इंग्लैंड में होटल, स्टेडियम और ट्रेनिंग फैसिलिटी यूएई के मुकाबले ज्यादा महंगी है। इसलिए बोर्ड को ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे। ऐसी सूरत में खर्चे की भरपाई के लिए बीसीसीआई फ्रेंचाइजियों से गेट मनी (टिकट बिक्री) से होने वाली कमाई खुद रख सकती है। क्योंकि इंग्लैंड में दर्शकों को आने की अनुमति होगी। जिससे फ्रेंचाइजी को नुकसान होगा।
तो यूएई में सभी टीमों के लिए सेंट्रल बायो-बबल आसानी से बनाया जा सकता है। टीमों को जिन होटलों में ठहराया जाएगा। उन्हें पहले से ही इसके बारे में जानकारी है। पिछले साल के अनुभव को देखते हुए फ्रेंचाइजी भी यूएई में ही लीग कराने को बेहतर विकल्प मान रही हैं।
फिलहाल आईपीएल के मौजूदा सीजन को 29 मैच के बाद ही टालना पड़ा था। 31 मैच होने अभी बाकी हैं। बोर्ड सितंबर के आखिरी तीन हफ्ते में लीग के बाकी बचे मैच कराने की विंडो तलाश रहा है। क्योंकि अक्टूबर-नवंबर में भारत में टी20 विश्व कप होना है। ऐसे में अगर सितंबर में आईपीएल के लिए 17 से 20 दिन का विंडो नहीं मिलता है, तो बाद में मैच करना मुश्किल हो जाएगा। क्योंकि कई देश अपने व्यस्त कार्यक्रम का हवाला देकर टी20 विश्व कप के बाद आईपीएल में हिस्सा लेने से मना कर चुके हैं।
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