टीम इंडिया और Bazball पर छिड़ी बहस, Ishan Kishan ने दिया ऐसा जवाब, England को लगेगा बुरा!

टीम इंडिया और Bazball पर छिड़ी बहस, Ishan Kishan ने दिया ऐसा जवाब, England को लगेगा बुरा!
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भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने भारत के बैजबाल शैली में क्रिकेट खेलने के लेकर जवाब दिया है। ईशान किशन का जवाब सुनकर इंग्लैंड और उसके कप्तान बेन स्टोक्स को बुरा लग सकता है।

IND vs WI: टीम इंडिया के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन (Ishan Kishan) ने कहा कि इंग्लैंड (England) की बल्लेबाजी की "बैजबॉल" (Bazball) शैली का प्रयोग केवल सपाट पिचों (Flat Pitch) पर किया जा सकता है। ईशान कहते हैं कि हर टेस्ट मैच (Test Match) में इसकी आवश्यकता नहीं होती है और टेस्ट क्रिकेट को परिस्थितियों के हिसाब के खेला जाना चाहिए। ईशान का मानना है कि बैजबाल को टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket) खेलने का मानक नहीं बनाना चाहिए। विकेटकीपर बल्लेबाज ने वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाफ दूसरे टेस्ट (2nd Test) में तेजी से 32 गेंदों पर पचास रन बनाए।

जब भारत ने दूसरे टेस्ट के चौथे दिन 7.54 रन प्रति ओवर (Run Rate) की दर से रन बनाकर 181 रन पर अपनी पारी घोषित कर दी, तो यह चर्चा शुरू हो गई कि भारत (India) भी भविष्य में इंग्लैंड की तरह "बैजबॉल" शैली की क्रिकेट (Cricket) खेलेगा। इस सवाल का जवाब देते हुए ईशान ने कहा कि यह मैच की परिस्थिति पर निर्भर करेगा और यह पिच पर भी निर्भर करेगा।

किशन ने कहा, "यह जरूरी नहीं है कि आप हर रोज आएं और तेज क्रिकेट खेलना शुरू कर दें। यह स्थिति पर निर्भर होना चाहिए। पिच की स्थिति भी इसमें भूमिका निभाती है कि कोई कितनी तेजी से रन बना सकता है।" किशन ने कहा कि उन्हें तेजी से रन बनाने के लिए बल्लेबाजी क्रम में शीर्ष पर पदोन्नत किया गया था।

भारत के हर खिलाड़ी में तेजी से रन बनाने की क्षमता

"ज्यादातर, जहां हम खेलते हैं, विकेट (Wicket) इतने आसान नहीं होते...वहां टर्न (Turn) और उछाल (Bounce) होता है। इसलिए, उन सतहों पर तेजी से खेलने का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि आपको विकेट को ठीक से पढ़ने की जरूरत है। अगर आपको ऐसा विकेट मिलता है, जहां आप तेजी से रन बना सकते हैं और समय की मांग है कि ऐसा करना है, तो भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के प्रत्येक खिलाड़ी में वह भूमिका निभाने की क्षमता है। हमारे पास जिस तरह के खिलाड़ी हैं और हम जितने प्रारूपों और मैचों में खेलते हैं, हर कोई अपनी भूमिका जानता है - किस मैच को किस तरह से खेलना है। इसलिए, व्यक्तिगत रूप से मुझे लगता है कि हर मैच को इस तरह खेलने की जरूरत नहीं है। यह मैच की परिस्थिति पर निर्भर होना चाहिए।"

पंत ने दिए टिप्स

किशन ने ऋषभ पंत (Rishabh Pant) का भी जिक्र किया, जिन्होंने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) में रहने के दौरान उन्हें कुछ उपयोगी टिप्स दिए थे। एक कार दुर्घटना के बाद पंत वर्तमान में एनसीए में अपनी फिटनेस हासिल करने में लगे हुए हैं।

"वह मुझे अंडर-19 दिनों से जानते हैं... मैं कैसे खेलता हूं, मैं कैसे सोचता हूं, इसलिए हम बातचीत करते रहते हैं। मुझे लगता है कि उन्हें सुधार करने के लिए क्या करने की जरूरत है, मैं उन्हें बताता हूं और उनके साथ भी यही स्थिति है। वह मेरी मदद करने की भी कोशिश करते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि मैं दौरे पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूं। मैं उनका बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मुझे एनसीए में कुछ अच्छे टिप्स दिए।"

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मैच को ध्यान में रखकर खेलने की जरूरत

"जाहिर है, उन्होंने टेस्ट में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है, और जिस नंबर पर मैं बल्लेबाजी करता हूं...ऋषभ बल्लेबाजी करते हैं, हमारे लिए स्थिति को समझना बहुत महत्वपूर्ण है। अगर चार विकेट जल्दी गिर जाते हैं और एक साझेदारी की आवश्यकता होती है, तो हम उस समय तेजी से रन नहीं बना सकते हैं। कुल मिलाकर, हमें मैच को ध्यान में रखना होगा... हमें उस समय क्या करने की जरूरत है क्योंकि यह पांच दिवसीय खेल है और आखिरी दिन बहुत महत्वपूर्ण है। योजना और उसे लागू करना टेस्ट क्रिकेट में सबसे महत्वपूर्ण पहलू है।"

कप्तान रोहित शर्मा का अनुभव मददगार

ईशान कहते हैं, "रोहित शर्मा (Rohit Sharma) बहुत अनुभवी कप्तान (Captain) हैं। वह अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं कि खिलाड़ियों को कैसे आरामदायक स्थिति में रखा जाए, दबाव को खिलाड़ियों पर हावी न होने दिया जाए। वास्तव में, जब मैं बल्लेबाजी करने आया (पोर्ट ऑफ स्पेन में दूसरी पारी में), तो उन्होंने कहा 'अपना खेल खेलो, अपनी पारी की योजना बनाओ और यह मत सोचो कि किसने क्या कहा है। एक युवा खिलाड़ी के लिए यह एक बड़ा प्लस पॉइंट है कि कप्तान को आप पर भरोसा है कि मैं स्थिति को संभाल सकता हूं।"

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