आतंकी हमले में मुश्किलों से बची थी जान... 12 साल बाद पाकिस्तान में समरावीरा की वापसी

आतंकी हमले में मुश्किलों से बची थी जान... 12 साल बाद पाकिस्तान में समरावीरा की वापसी
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दरअसल, 2009 के दौरान समरवीरा श्रीलंका क्रिकेट टीम का हिस्सा थे। ये वही साल था जब लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम के पास आतंकी हमला हुआ था। उस आतंकी हमले में थिलन समरवीरा के पैर में गोली लगी थी।

खेल। न्यूजीलैंड टीम (New Zealand) 18 साल बाद लिमिटेड ओवरों की सीरीज के लिए पाकिस्तान (Pakistan) पहुंची है। इस दौरान मेहमान टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ तीन वनडे और पांच टी20 मुकाबले खेलने हैं। वहीं मेहमान टीम के साथ उनके बैटिंग कोच थिलन समरवीरा (Thilan Samaraweera) भी पाकिस्तान पहुंचे हैं। यहां पहुंचते ही उनके घाव हरे हो गए होंगे। उन्हें फिर से कहीं ना कहीं उस मनहूस दिन की याद आई होगी जब उनकी बड़ी मुश्किलों से जान बची थी।

दरअसल, 2009 के दौरान समरवीरा श्रीलंका क्रिकेट टीम का हिस्सा थे। ये वही साल था जब लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम के पास आतंकी हमला हुआ था। और उस समय श्रीलंका क्रिकेट टीम पाकिस्तान आई थी। उस आतंकी हमले में थिलन समरवीरा के पैर में गोली लगी थी और वह मुश्किलों से बचे थे। 2009 की घटना के बाद वह एक बार फिर पाकिस्तान आए हैं लेकिन टीम बदली है वह न्यूजीलैंड टीम के बैटिंग कोच के रूप में यहां आए हैं।

इस घटना में श्रीलंका के 6 क्रिकेटर और दो सपोर्ट स्टाफ घायल हो गए थे। वहीं श्रीलंका के पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने के टखने को छूते हुए निकली थई। कुमार संगकारा के कंधे पर भी एक छर्रा लगा, को समरवीरा के पैर में गोली लगी थी। लेकिन सबसे गंभीर चोट थरंगा परनाविथाना के सीने पर लगी थी। वहीं पाकिस्तान के 6 पुलिसकर्मी और दो नागरिक इस आतंकी हमले में मारे गए थे।

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