Wasim Jaffer मामले में आया राजनीतिक मोड़, Rahul Gandhi ने किया ट्वीट

- पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर पर इस्लाम को बढ़ावा देने के मामले में राजनीति शुरू हो गई है, और इस दौरान राहुल गांधी ने ट्वीट करके मामले पर टिप्पणी की है।
- वसीम जाफर मामले में राजनीतिक मोड़
- राहुल गांधी ने ट्वीट करके मामले पर की टिप्पणी
- आरोपों के कारण वसीम जाफर ने दिया इस्तीफा
भारतीय टीम (Indian team) के पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर (Wasim Jaffer) मामले में राजनीतिक मोड़ आ गया है, और सबसे पहले इस मामले कूदे हैं राहुल गांधी। उन्होंने ट्वीट करके इस मामले में टिप्पणी की है। उन्होंने लिखा है कि, "पिछले कुछ सालों में नफरत को इस कदर सामान्य कर दिया गया है कि हमारा प्रिय खेल भी इसकी चपेट में आ गया. भारत हम सभी का है. उन्हें हमारी एकता भंग मत करने दीजिए।"
In the last few years, hate has been normalised so much that even our beloved sport cricket has been marred by it.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 13, 2021
India belongs to all of us.
Do not let them dismantle our unity.
दरअसल पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर (Wasim Jaffer) पर उत्तराखंड क्रिकेट संघ (Cricket Association of Uttarakhand) ने आरोप लगाया है कि राज्य की टीम के कोच के रूप में उन्होंने धर्म आधारित चयन करने का प्रयास किया। जिसके बाद उन्होंने उत्तराखंड के कोच का पद छोड़ दिया। जाफर ने साल 2020 के जून महीने में ही कोच का पद संभाला था। और उन्होंने एक साल का करार किया था।
कुंबले ने दिया था समर्थन
इस पूरे मामले में जाफर को पहले ही पूर्व भारतीय कप्तान और कोच अनिल कुंबले (Anil Kumble) ने अपना समर्थन दिया है। कुंबले ने ट्विटर करके लिखा, "आपके साथ हूं वसीम, आपने सही किया। दुर्भाग्यशाली खिलाड़ी हैं, जिन्हें आपके मेंटर नहीं होने की कमी खलेगी।"
जाफर ने आरोपों से किया इंकार
वहीं अपने पद से इस्तीफा देने के बाद वसीम जाफर (Wasim Jaffer) ने प्रदेश संघ के सचिव द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज किया है। संघ सचिव महिम वर्मा (Mahim Verma) ने आरोप लगाए थे कि, जाफर ने धर्म के आधार पर टीम में चयन करने की कोशिश की थी। जिसके बाद जाफर ने कहा कि, "इन आरोपों से उन्हें काफी तकलीफ पहुंची है। और जो कम्यूनल एंगल लगाया जा रहा है वह बहुत दुखद है।" उन्होंने साथ ही आरोप लगाया है कि, "मैं इकबाल अब्दुल्ला का समर्थन करता हूं और उसे कप्तान बनाना चाहता था। जोकि बिलकुल गलत है।" जाफर ने चयन प्रक्रिया में दखल और चयनकर्ताओं और एसोसिएशन के सचिव के पक्षपातपूर्ण रवैये से नाराज हो कर मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
1. I recommended Jay Bista for captaincy not Iqbal but CAU officials favoured Iqbal.
— Wasim Jaffer (@WasimJaffer14) February 10, 2021
2. I did not invite Maulavis
3. I resigned cos bias of selectors-secretary for non-deserving players
4. Team used to say a chant of Sikh community, I suggested we can say "Go Uttarakhand" #Facts https://t.co/8vZSisrDDl
जय बिस्टा को बनाना चाहते थे कप्तान
वसीम जाफर का कहना है कि वह इकबाल अब्दूला को नहीं बल्कि जय बिस्टा को टीम का कप्तान बनाना चाहता था, लेकिन अन्य चयनकर्ता ने उन्हें अब्दुल्ला (Iqbal Abdulla) को कप्तान बनाने के लिए सुझाव देते रहे। उन्होंने कहा, 'मैं जय बिस्टा को कप्तान बनाना चाहता था, लेकिन रिजवान शमशाद और अन्य चयनकर्ताओं ने मुझे सुझाव दिया कि इकबाल को कप्तान बनाएं। वह सीनियर खिलाड़ी हैं, आईपीएल खेल चुका है और उम्र में भी बड़ा है, जिसके बाद मैंने उनका सुझाव मान लिया।"
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