12 साल के अभिमन्यु मिश्रा बने शतरंज इतिहास के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर, इस देश में रहते हुए भारत का बढ़ाया मान

12 साल के अभिमन्यु मिश्रा बने शतरंज इतिहास के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर, इस देश में रहते हुए भारत का बढ़ाया मान
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बुधवार को भारतीय मूल के अमेरिका में रहने वाले अभिमन्यु मिश्रा शतरंज के इतिहास में सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर बन गए हैं।

खेल। बुधवार को भारतीय मूल (NRI) के अमेरिका (America) में रहने वाले अभिमन्यु मिश्रा (Abhimanyu Mishra) शतरंज के इतिहास (Chess History) में सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर (Grandmaster) बन गए हैं। दरअसल अभिमन्यु ने भारत के जीएम लियोन (GM Leon Luke) को हराया था। वहीं इससे पहले ये खिताब रुस (Russia) के सर्गेई कर्जाकिन (Sergey Karjakin) के नाम था जिसे अभिमन्यु ने छीन लिया है।

ऐसा नहीं है कि अभिमन्यु के नाम ये पहली उपलब्धि है। इससे पहले भी वह साल 2019 में मात्र 10 साल की उम्र में दुनिया के सबसे युवा अंतरराष्ट्रीय मास्टर का खिताब भी अपने नाम कर चुके हैं। उस समय भी उन्होंने भारत के आर प्रग्गानंधा का रिकॉर्ड तोड़ा था।

बता दें कि, अभिमन्यु मिश्रा का जन्म 5 फरवरी 2009 में हुआ था। जिसके बाद उन्हें शतरंज में ग्रैंडमास्टर का खिताब जीतने के लिए 12 साल,4 महीने और 25 दिन का समय लगा। वहीं अभिमन्यु ने कई महीने बुद्धापेस्ट, हंगरी में गुजारे। जहां उन्होंने एक के बाद एक टूर्नामेंट खेले। इस दौरान उन्होंने कई खिताब जीते और रिकॉर्ड बनाए। दरअसल ग्रैंड मास्टर बनने के लिए अभिमन्यु को 100 ELO प्वाइंट और 3 GM नॉर्म्स की जरूरत थी। जिसकी तैयारी उन्होंने पहले ही कर ली थी। इसके बाद अप्रैल और मई में अभिमन्यु ने दो नॉर्म्स हासिल किए। जून महीने के आखिर में मिश्रा को ग्रैंडमास्टर का खिताब हासिल करने में सफलता मिल गई।

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