Birthday Special: सचिन तेंदुलकर जैसा महान क्रिकेटर बनना चाहते थे सुनील छेत्री, मां के कारण क्रिकेट को छोड़कर फुटबॉल खेलने लगे

Birthday Special: सचिन तेंदुलकर जैसा महान क्रिकेटर बनना चाहते थे सुनील छेत्री, मां के कारण क्रिकेट को छोड़कर फुटबॉल खेलने लगे
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सुनील छेत्री बेंगलुरु एफसी के साथ 1.50 करोड़ रुपए के अनुबंध पर हस्ताक्षर करके देश के सबसे ज्यादा भुगतान वाले फुटबॉलर हैं।

खेल। दुनियाभर में फुटबॉल (Football) के काफी दिवाने मिलेंगे लेकिन अगर बात भारत (India) की जाए तो यहां फुटबॉल हमेशा से अपनी जमीन तलाश रहा है। फुटबॉल दुनिया के कई देशों में प्रचलित होने के साथ ही अब भारत में भी नए आयम गढ़ रहा है, और उसे दिशा देने का काम किया है सुनील छेत्री (Sunil Chhetri) ने। 3 अगस्त 1984 को तेलंगाना (Telangana) (तत्कालीन आंध्र प्रदेश) के सिकंदराबाद (Secunderabad) में जन्में छेत्री ने अपने खेल से कोरोड़ों भारतीयों का दिल जीता है।


भारत में ये कहना गलत नहीं होगा कि फुटबॉल का मतलब ही सुनील छेत्री। देश के स्टार प्लेयर छेत्री के बारे में जानकर हैरान हो जाएंगे कि वह बचपन में फुटबॉलर नहीं बल्कि एक क्रिकेटर बनना चाहते थे।

सचिन तेंदुलकर जैसा महान क्रिकेटर बनना चाहते थे


दरअसल सुनील का बचपन का सपना था कि वह क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की तरह बने। जिस कारण वह क्रिकेट की किट खरीदने के लिए घर से पैसे चुराया करते थे। लेकिन एक बार उनकी मां ने उन्हें चोरी करते हुए पकड़ लिया उसके बाद से ही उन्होंने क्रिकेट का ख्वाब छोड़कर फुटबॉल की तरफ मुड़ना पड़ गया। बता दें कि सुनील ने एक इंटव्यू के दौरान बताया था कि क्रिकेट की तुलना में फुटबॉल सस्ता था इसलिए मैं इस गेम को खेलने लगा। इसके साथ ही सुनील बेंगलुरु एफसी के साथ 1.50 करोड़ रुपए के अनुबंध पर हस्ताक्षर करके देश के सबसे ज्यादा भुगतान वाले फुटबॉलर हैं।

सुनील छेत्री के बारे में कुछ अनछुए रोचक तथ्य


1.सुनील ने अपने करियर में अद्वितीय सफलता हासिल की हैं। उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 118 मैचों में 74 गोल किए हैं। उनका लक्ष्य प्रति मैच औसत 0.63 है जो कि क्रिस्टियानों रोनाल्डो और लियोनेल मेसी से अच्छा है।

2. अंतरराष्ट्रीय लक्ष्यों में रोनाल्डो 109 गोल के साथ सबसे आगे हैं, यूएई के अली मबखौत और लियोनेल मेसी 76 गोल के साथ दूसरे नंबर पर हैं। जबकि छेत्री तीसरे नंबर पर आते हैं।

3.छेत्री को फुटबॉल विरासत में मिला है, उनकी मां सुशीला छेत्री और उनकी जुड़वां बहनें भी अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी रह चुकीं हैं।

4. वहीं सुनील छेत्री 2012 में पुर्तगाल के क्लब स्पोर्टिंग लिस्बन से जुड़े थे, लेकिन एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि उस वक्त के कोच ने उनके खेल पर सवाल उठाए थे और उन्हें टीम ए से टीम बी में भेजना चाहते थे। जिस कारण वह नौ महीने तक टीम के साथ रहे लेवल पांच मैचों में ही खेलने का मौका मिला। इसके बाद वह भारत वापस लौट आए।

5. छेत्री भारत के लिए 50 गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बने और उन्हें 6 बार ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन के प्लेयर ऑफ द ईयर से नवाजा गया। 2007 में उन्हें ये सम्मान मिला, इसके बाद उन्होंने 2011, 2013, 2014, 2017 के साथ ही 2018-2019 में यह कारनामा किया। उन्होंने अपना करियर बनाने के लिए पढ़ाई ही छोड़ दी।


कप्तान विराट कोहली ने दी बधाई

आज सुनील अपना 37वां जन्मदिन मना रहे हैं, इस दौरान उन्हें सोशल मीडिया पर उनके चाहने वाले और उनके फैंस बर्थ डे की मुबारकबाद दे रहे हैं। इसी सूची में एक नाम है भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली, जो सुनील छेत्री के काफी अच्छे दोस्त माने जाते हैं। कप्तान कोहली ने छेत्री को उनके जन्मदिन पर बधाई दी है। उन्होंने कहा, "हैप्पी बर्थडे स्किप! मुझे आशा है कि आपके जीवन में हर दूसरे दिन की तरह आपका दिन मंगलमय हो और मैं हमेशा आपको शुभकामनाएं देता रहूं। मैं आपकी दोस्ती के लिए आभारी हूं जो बहुत व्यवस्थित और विश्वास के विपरीत बनाई गई है, हम दिल्ली के स्ट्रीट फूड यादों से जुड़े हुए हैं।"

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