BSP नेता नवैद अयाज ने आजाद की मौजूदगी में थामा ASP का दामन, बसपा पर लगाया ये आरोप

BSP नेता नवैद अयाज ने आजाद की मौजूदगी में थामा ASP का दामन, बसपा पर लगाया ये आरोप
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युवा नेता नवैद अयाज सोमवार को हजारों समर्थकों के साथ भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद की मौजूदगी में आजाद समाज पार्टी (एएसपी) में शामिल हुए हैं।

उत्तर प्रदेश के जनपद अमरोहा में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) को बड़ा झटका लगा है। बीएसपी के नेता नवैद अयाज ने भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी (एएसपी) का दमान थाम लिया है।

बताया जा रहा है कि नवैद अयाज़ ने यह फैसला इसलिए लिया है क्योंकि उन्हें बहुजन समाज पार्टी में सम्मान नहीं मिला जिसके वह हकदार थे। अब युवा नेता नवैद अयाज का अमरोहा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरने की राह आसान हो गई है। युवा नेता नवैद अयाज दिग्गज नेताओं के सामने अपनी राजनीति का लौहा मनवा चुके हैं। नवैद अयाज़ को युवाओं की पहली पसंद माना जाता है।

सोमावर को थामा ASP का दामन

युवा नेता नवैद अयाज सोमवार को हजारों समर्थकों के साथ भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद की मौजूदगी में आजाद समाज पार्टी (एएसपी) में शामिल हुए हैं। कुछ राजनीति से जुड़े जिले के लोगों ने बताया है कि युवा नेता नवैद अयाज ने यह कदम सही समय और बहुत सोच समझकर उठाया है।

नवैद अयाज के बीएसपी को छोड़ने के बाद माना जा रहा है कि अमरोहा की राजनीति विपक्ष मे खत्म सी हो गई है। राजनीतिक जानकारों का कहा है कि नवैद अयाज़ ही टकराओ की राजनीति और मुद्दों को उठाने मैं अपनी कार्य शैली का लोहा मनवा चुके है।

नवैद अयाज ने आजाद की पार्टी में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि उनका मन दुखी था कि अब बसपा मे सब कुछ आर्थिक आधार पर तय होता है। बसपा से मुझे वह सम्मान नहीं मिले जिसका में हकदार था। बसपा पार्टी बाबा साहब व साहब काशीराम के संघर्ष के सपनों को भूलकर सिर्फ कमीशन दो, पद और टिकट लो से आगे नहीं सोचती है।


दलित मुस्लिम समुदाय के युवाओं को भी नजरअंदाज किया गया

नवैद ने आरोप लगाया कि बीएसपी में दलित मुस्लिम समुदाय के युवाओं को भी नजरअंदाज किया जाता है। पार्टी हाई कमान से सिर्फ उद्योगपतियों को ही मिलने का समय मिलता है। यही कारण है कि 13 साल से पार्टी का वोट प्रतिशत घट रहा है।

युवा नेता का कहना है कि देश मैं जनहित के मुद्दों को जो नेता उठाता है, आंदोलन में जनता का नेतृत्व करता है वही जनता का नेता होता है। सीएए, एनपीआर, एनआरसी की लड़ाई मे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद जनता के बीच सड़को पर इंकलाब बन कर उतरे। चंद्रशेखर आजाद ने दिल्ली के जामिया, शाहीन बाग, जामा मस्जिद, और दिल्ली गेट के अलावा देश के कई हिस्सों में सीएए के खिलाफ आंदोलन में संविधान बचाओ की आवाज बुलंद की।

अमित शाह ने चंद्रशेयर को जेल भिजवाया

दिल्ली जामा मस्जिद से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया था। ज़मानत मिलने पर कोर्ट ने उन्हें 24 घंटे मैं दिल्ली से बाहर जाने के आदेश दिया था। इसकी के साथ ही उनपर एक महीने सहारनपुर ज़िले की सीमा से नही निकले तक कि पाबंदी तक लगा दी थी।

एसे इंकलाबी नेता ने 15 मार्च (रविवार) को जब नई आजाद समाज पार्टी के नाम से नई पार्टी का ऐलान किया तो मैं कैसे उनसे अलग रहता। युवाओं और दलित मुस्लिम की आवाज़ ने पिछड़ों वर्गों के समर्थन ने मुझे भीम आर्मी की राजनीतिक पार्टी में स्थापन दिवस से जुड़ने की सलाह दी। युवा नेता ने लोगों से चंद्रशेखर आजाद की पार्टी से जुड़ने के अपील की है ताकि गरीबों की आवाद बुलंद हो सके।

मायवाती के साबित हो झटका

बता दें कि चंद्रशेखर आजाद ने अपनी पार्टी (एएसपी) का गठन बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम के जन्मदिन के अवसर पर किया है। चंद्रशेखर आजाद का नई राजनैतिक पार्टी का गठन करना बसपा सुप्रीमो मायावती के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है।

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