माशिम के सचिव वीके गोयल ने आदेश किए जारी, उत्तरपुस्तिका लेने संबंधियों को भेज सकेंगे कोरोना संक्रमित छात्र
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा कोरोना संक्रमित 12वीं के छात्रों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। स्कूलों द्वारा छात्रों को 1 से 5 जून तक उत्तरपुस्तिकाएं और प्रश्नपत्र वितरित किए जाएंगे। इस अवधि में यदि कोई छात्र कोरोना संक्रमित हो जाता है तो वह अपने संबंधियों को या किसी अधिकृत व्यक्ति को परीक्षा सामग्री लेने के लिए भेज सकता है।;
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा कोरोना संक्रमित 12वीं के छात्रों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। स्कूलों द्वारा छात्रों को 1 से 5 जून तक उत्तरपुस्तिकाएं और प्रश्नपत्र वितरित किए जाएंगे। इस अवधि में यदि कोई छात्र कोरोना संक्रमित हो जाता है तो वह अपने संबंधियों को या किसी अधिकृत व्यक्ति को परीक्षा सामग्री लेने के लिए भेज सकता है। इसके लिए संबंधित व्यक्ति के पास छात्र का प्रवेशपत्र छात्र के कोरोना संक्रमित होने का प्रमाणपत्र तथा जिस व्यक्ति को उत्तरपुस्तिका व प्रश्नपत्र लेने के लिए भेजा जा रहा है, उस व्यक्ति के आधारकार्ड की छायाप्रति अनिवार्य होगी।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के कारण छात्र इस वर्ष घर से ही परीक्षा देंगे। इससे पहले जारी आदेश में माशिम द्वारा कहा गया था कि स्वयं छात्रों को ही परीक्षा सामग्री लेने के लिए आना होगा। बाद में कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए माशिम ने यह व्यवस्था की है। छात्रों को प्रश्नपत्र हल करने के पश्चात उत्तरपुस्तिका 6 से 10 जून तक अपने विद्यालय में जमा करनी होगी।
वर्गवार बुलाए जाएंगे छात्र
स्कूलों में उत्तरपुस्तिका और प्रश्नपत्र वितरण की व्यवस्था प्रारंभ कर दी गई है। स्कूलों द्वारा छात्रों को वर्गवार बुलाए जाने की तैयारी है। सभी संकाय के छात्रों को एक ही दिन विद्यालय बुलाए जाने की स्थिति में विद्यालय में भीड़ लग सकती है। इसलिए स्कूलों द्वारा हर संकाय के लिए तिथि निर्धारित की जा रही है। इसमें भी छात्रों को टाइम स्लॉट दिया जा रहा है। छात्रों को फोन और मैसेज करके इसकी जानकारी दी जा रही है। इनके संग्रहण के दौरान भी इस तरह की व्यवस्था की जाएगी। माशिम द्वारा पहले ही स्कूलों को निर्देश दिए जा चुके हैं कि वितरण और संग्रहण करते वक्त कोविड नियमों का पूर्णत: पालन किया जाए।
संक्रमण के कारण फैसला
काेरोना संक्रमण को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। कोई भी छात्र परीक्षा से वंचित न हो यही हमारी प्राथमिकता है।